
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में 2009 में भाग नहीं लेने के बाद चुनावी मैदान में लौटे राज्य में भाजपा के सहयोगी दल एमडीएमके ने अपने घोषणापत्र में राज्यों को अधिक शक्तियां सुनिश्चित करने के लिए ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ इंडिया’ का समर्थन किया है।
पार्टी के अध्यक्ष वाइको ने यहां पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए कहा, ‘भारत की एकता एवं अखंडता की सुरक्षा के लिए संघवाद की रक्षा करनी चाहिए। हमें लगता है कि संविधान में संशोधन करने और ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ इंडिया’ का समर्थन करके की जरूरत है। लिट्टे के कट्टर समर्थक एमडीएमके ने संगठन पर प्रतिबंध हटाने और एक पृथक ‘इलम’ के लिए लंकाई तमिलों के मामलों पर जनमत संग्रह कराने की कोशिश करने का भी वादा किया।
इसके अलावा पार्टी ने मतदाताओं को भरोसा दिलाया कि वह श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों पर हमलों को रोकने के लिए कदम उठाने, तमिल को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिलाने, कच्चातीवू द्वीप को फिर से हासिल करने, आईआईटी, आईआईएम एवं एम्स जैसी शैक्षणिक संस्थाओं में 27 प्रतिशत आरक्षण, नदियों को जोड़ने, मृत्युदंड को समाप्त करने और सेतुसमुद्रम परियोजना को लागू करने का प्रयास करेगी।