
पहले प्रधानमंत्री के 10 वर्ष के कार्यकाल के विदाई समारोह से नदारद और अब लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस मुख्यालय में लगे पोस्टरों से भी नदारद। एसी कैंप के नज़दीक लगे बैनरों में सोनिया गांधी भी नज़र नहीं आ रही हैं।
कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि पोस्टरों में गांधी का ना होना किसी बहस का विषय नहीं बनना चाहिए। उन्होंने कहा, मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर लगे बैनरों में सोनिया गांधी दिख रही हैं। साथ ही साथ कांग्रेस में राहुल गांधी को हार की जिम्मेदारी से बचाने के प्रयास भी ज़ोरों पर हैं।
देशभर के तमाम एग्ज़िट पोल के मुताबिक शुक्रवार को कांग्रेस इतिहास का सबसे बुरा प्रदर्शन करने जा रही है। एनडीटीवी ने अपने एग्जिट पोल में कांग्रेस को 79 सीटें ही दी हैं और भाजपा के पीएम पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी नीत एनडीए को बहुमत दिया है।
कांग्रेस ने एग्जिट पोल के नतीजों को मानने से इनकार करते हुए कहा कि 2009 में भी ऐसे ही नतीजे निकाले गए थे जिनमें भाजपा को जीत का प्रबल दावेदार माना गया था।
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की ज़िम्मेदारी सरकार की होगी और राहुल गांधी सरकार में नहीं हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विदाई समारोह में राहुल की गैर-मौजूदगी को भी कांग्रेस कोई बड़ा मुद्दा नहीं मानती। कांग्रेस नेताओं ने इसकी सफाई में कहा कि राहुल गांधी दिल्ली से बाहर हैं और वह पहले ही प्रधानमंत्री से मिल चुके हैं और उन्हें उनके सफल कार्यकाल के लिए बधाई भी दे चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने पूरे देश में घूमकर कांग्रेस पार्टी के लिए चुनाव प्रचार किया और लोगों से मोदी को प्रधानमंत्री ना बनाने की अपील भी की।
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