सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष होने के नाते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की अब तक की सबसे बुरी हार की जिम्मेदारी स्वीकारते हुए आज साफ किया कि पार्टी सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रहित के मुद्दों पर संघर्ष जारी रखेगी।
कांग्रेस मुख्यालय पर मीडिया के सामने आये मां बेटे ने किसी सवाल का जवाब तो नहीं दिया, लेकिन नई सरकार को बधाई दी।
राहुल ने कहा कि बीजेपी को जनादेश मिला है। 'मैं उन्हें बधाई देता हूं.. मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।' उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों में खराब प्रदर्शन किया है और पार्टी को इस बारे में सोचने की जरूरत है।
राहुल ने कहा, 'कांग्रेस उपाध्यक्ष के रूप में पूरी विनम्रता से मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं।' सोनिया ने कहा कि जनादेश हमारे खिलाफ है और 'मैं इस फैसले को विनम्रता से स्वीकारती हूं.. कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते मैं इसकी जिम्मेदारी लेती हूं।' नयी सरकार को बधाई देते हुए सोनिया ने उम्मीद जतायी कि वह सामाजिक एकता और राष्ट्रहित से समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने सिद्धांतों के लिए लड़ाई जारी रखेगी और कोई समझौता नहीं करेगी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं