बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी का कहना कि उन्हें बीजेपी और शिवे सेना के बीच रिश्तों में आई खटास का कारण बनी राज ठाकरे के साथ हुई उनकी हालिया मुलाकात को लेकर कोई पछतावा नहीं है।
गडकरी ने एनडीटीवी को दिए एक खास इंटरव्यू में कहा, 'यह पार्टी की भलाई के लिए था। मुझे बीजेपी की भलाई के लिए दूसरे नेताओं के साथ मुलाकात के लिए किसी से इजाजत लेने की जरूरत नहीं।'
गौरतलब है कि मार्च के पहले सप्ताह में मुंबई के एक पांच सितारा होटल में हुई नितिन गडकरी और राज ठाकरे की मुलाकात को लेकर शिव सेना प्रमुख और राज ठाकरे के चचेरे भाई उद्धव ठाकरे ने कड़ी आपत्ति जताई थी।
गडकरी का कहना है कि उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के संस्थापक राज ठाकरे से राष्ट्रीय चुनाव से बाहर रहने की मांग की, जिससे की महाराष्ट्र में वोटों का बंटवारा रोका जा सके। गडकरी ने आज कहा कि राज लगभग मान थे, लेकिन शिव सेना की इस प्रतिक्रिया की वजह उन्होंने अपना मन बदल लिया।
उन्होंने कहा, 'राज ने मुझसे कहा, अगर आपके सहयोगी मेरा वोट नहीं चाहते, तो फिर मैं मदद क्यों करूं?'
इसके अलावा लोकसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे में पार्टी के कई पुराने नेताओं की अनदेखी और उनके असंतोष से जुड़े सवाल के जवाब में बीजेपी नेता ने कहा कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है और पार्टी में नए लोगों को आना चाहिए।
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