भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे से अपील की है कि वह इस बार लोकसभा चुनाव न लड़ें क्योंकि इससे भाजपा और उसके गठबंधन को सीधा नुकसान होगा। पार्टी ने एमएनएस प्रमुख से आग्रह किया है कि इससे कांग्रेस विरोधी वोटों का बंटवारा हो जाएगा और भाजपा को नुकसान होगा।
गौरतलब है कि सोमवार को भाजपा नेता नितिन गडकरी ने एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि गडकरी ने राज ठाकरे से आगामी लोकसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार न उतारने या कम उम्मीदवार उतारने की अपील की है। कहा यह भी जा रहा है कि इस समझौते के तहत राज ठाकरे को अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद पार्टी गठबंधन में उनका स्वागत करेगी।
बैठक के बाद नितिन गडकरी ने मीडिया से कहा कि उन्होंने राज ठाकरे को एनडीए में शामिल होने का न्यौता दिया है, लेकिन राज ठाकरे ने फिलहाल इस बात से इनकार कर दिया है।
वहीं, कहा जा रहा है कि गडकरी की राज ठाकरे से इस मुलाकात की वजह से शिव सेना नाराज है और पार्टी की ओर से नेता देवेंद्र फडनवीस को भेजा गया है ताकि शिव सेना को शांत किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2005 में राज ठाकरे ने शिव सेना छोड़ी थी और अपनी अलग पार्टी बनाई थी। साथ ही 2009 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके अलावा पार्टी की वजह से शिवसेना-भाजपा को 55 सीटों पर नुकसान हुआ था। इस चुनाव में एमएनएस ने 15 प्रतिशत वोट लेकर भाजपा को भारी नुकसान पहुंचाया था।
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