पंजाब की अमृतसर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी तथा पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा नेता अरुण जेटली की तुलना में मौजूदा सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ज़्यादा दमदार प्रत्याशी होते।
अमरिंदर सिंह ने अरुण जेटली को 'हल्का प्रत्याशी' बताते हुए कोई महत्व नहीं दिया, और संवाददाताओं से बातचीत के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या नवजोत सिंह सिद्धू के चुनाव मैदान में न होने से उन्हें फायदा हुआ, उन्होंने कहा, ''मैं आपको बता दूं कि यह (मुकाबला) खत्म हो गया है... अगर वह (नवजोत सिंह सिद्धू) वहां होते तो मेरे लिए मुकाबला कठिन होता... फिलहाल तो कोई लड़ाई ही नहीं है... अरुण जेटली कोई प्रत्याशी ही नहीं हैं... वह हल्के प्रत्याशी हो सकते हैं, लेकिन वास्तव में मेरी लड़ाई अकालियों के साथ है...''
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ''क्या आपने मुझे जेटली के बारे में ज्यादा बोलते सुना... हमेशा बातें (बिक्रम सिंह) मजीठिया और बादल परिवार आदि के बारे में हुईं... इसलिए जेटली के साथ प्रतीकात्मक मुकाबला है...'' उल्लेखनीय है कि अमृतसर सीट पर बुधवार को मतदान हो रहा है और यहां से कांग्रेस ने अमरिंदर सिंह को तथा भाजपा ने अरुण जेटली को मैदान में उतारा है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''कुछ हद तक इसका फायदा होगा, क्योंकि भाजपा में एकजुटता नहीं है... भाजपा के आधे लोगों की पसंद नवजोत सिंह सिद्धू हैं और स्वाभाविक है कि सिद्धू के मैदान में न होने से वे लोग नाराज हैं...''
दूसरी ओर अरुण जेटली ने स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और बाद में संवाददाताओं को बताया, ''मैं यहां अक्सर आता हूं और आज तो खास दिन है, इसलिए अपनी परंपराओं के मुताबिक आशीर्वाद ले रहा हूं... लोगों के लिए मेरा संदेश है कि वे आगे आएं और मतदान करें...''
इस बीच, शिरोमणि अकाली दल के नेता तथा राज्य के उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पंजाब में कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है, और उन्हें 'चौंकाने वाले नतीजों' की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ''पंजाब से, हम राज्य के नहीं, बल्कि राष्ट्रीय चुनावों के लिए मतदान कर रहे हैं... पिछले चुनाव (2012) में सत्ता-विरोधी लहर एक कारक थी... इस बार आप चौंकाने वाले नतीजे देखेंगे... सिर्फ 16 दिन शेष हैं...''
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं