
- उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली की आप सरकार के जय भीम प्रतिभा विकास योजना में कथित भ्रष्टाचार की जांच एसीबी से कराने का आदेश दिया है
- इस योजना के तहत एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों को सिविल सेवा समेत विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग दी जाती है
- शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बताया कि कोविड काल में निजी कोचिंग संस्थानों को 2021-22 में 145 करोड़ रुपये का बिल तैयार किया गया था
शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बुधवार को कहा कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार के कार्यकाल के दौरान ‘जय भीम प्रतिभा विकास योजना' में कथित भ्रष्टाचार की जांच भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) से कराने का आदेश दिया है. इस योजना के तहत अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों को सिविल सेवा सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निजी संस्थानों में मुफ्त कोचिंग प्रदान की जाती है.
एससी/एसटी कल्याण मंत्री रविंदर इंद्राज के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में सूद ने आरोप लगाया कि निजी कोचिंग संस्थानों को भुगतान के लिए 2021-22 में कोविड अवधि के दौरान 145 करोड़ रुपये का बिल तैयार किया गया था. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “वर्ष 2020-21 में ‘आप' सरकार द्वारा चलाई गई “जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना” में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं. इस योजना का बजट सिर्फ ₹15 करोड़ था, लेकिन ‘आप' सरकार ने ₹142 करोड़ से ज्यादा के फर्जी बिल वाली फाइलों को आगे बढ़ा दिया.”
सूद ने आरोप लगाया कि ‘आप' सरकार ने इतना भ्रष्टाचार किया है कि डॉ. आंबेडकर की आत्मा भी दुखी होगी. उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री की सिफारिश पर जांच के आदेश दिए हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं