पीएम मोदी और सीएम अरविंद केजरीवाल... (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सामाजिक कार्यकर्ता से मुख्यमंत्री बने अरविंद केजरीवाल का सफर कम रोचक नहीं रहा. वह भारतीय राजस्व सेवा में आईआरएस थे, लेकिन नौकरी छोड़कर सामाजिक सेवा में लग गए. वह रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित हैं. सूचना के अधिकार कानून के लिए उन्होंने लंबे समय तक प्रयास किया. 2012 में उन्होंने आम आदमी पार्टी बनाई, जिसका उद्देश्य 'स्वराज' है. उन्होंने स्वराज नाम की किताब भी लिखी है. आज उनका जन्मदिन है और पीएम मोदी ने उन्हें ट्विटर के जरिए बधाई दी है.
उन्होंने सरकारी नौकरी के दौरान ही 'परिवर्तन' नाम का आंदोलन चलाया था, जिसके जरिए उन्होंने दिल्ली और आसपास के लोगों की मदद की. जब अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जनलोकपाल बिल के लिए अनशन किया तो वह इस आंदोलन से जुड़े. देशभर से इस आंदोलन को समर्थन मिला. उनके साथ इस आंदोलन में योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण और किरण बेदी भी थे, लेकिन बाद में ये तीनों उनसे अलग हो गए. अरविंद केजरीवाल ने भी इस बिल के लिए भूख हड़ताल की. लेकिन उसके बावजूद इसका कोई सार्थक परिणाम नहीं निकल पाया और उन्होंने राजनीति में उतरने का मन बना लिया. पार्टी बनाने से पहले अरविंद केजरीवाल ने रॉबर्ट वाड्रा, सलमान खुर्शीद, नितिन गडकरी समेत कई नेताओं और उद्योगपतियों के खिलाफ आरोप लगाए.
इससे बाद अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के साथ चुनावों में उतरे और दिल्ली में 15 साल से काबिज कांग्रेस को चुनावों में हराकर सत्ता पर कब्जा किया. लेकिन उनकी सरकार 49 दिन ही चली. उनकी सरकार ने जनलोकपाल के मुद्दे पर इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उन्हें इस निर्णय के लिए भी आलोचना का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2015 में दिल्ली की जनता ने उन्हें एक बार फिर शानदार बहुमत दिया. दिल्ली की 70 सीटों में से 64 सीटों पर आम आदमी पार्टी और सिर्फ 3 सीटों पर भाजपा को जीत मिली आज वह दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं...
सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी पीएम मोदी की बधाई पर शुक्रिया अदा किया है...Birthday greetings to Delhi CM @ArvindKejriwal. I pray for his long life and good health.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2016
अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा के हिसार जिले के सिवानी में हुआ था. उनके माता-पिता गोविंद और गीता केजरीवाल के तीन बच्चे हैं, जिनमें अरविंद केजरीवाल सबसे बड़े हैं. उनके परिवार में पढ़ाई को काफी महत्व दिया गया. उनके पिता भी एक इंजीनियर थे, जिन्होंने पिलानी के बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस से डिग्री ली थी. जबकि खुद अरविंद केजरीवाल ने आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली. उनकी पत्नी सुनीता भी एक आईआरएस अधिकारी हैं. उनके दो बच्चे हर्षिता और बेटा पुलकित हैं.Thank u so much sir. https://t.co/SadCCp96du
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 16, 2016
उन्होंने सरकारी नौकरी के दौरान ही 'परिवर्तन' नाम का आंदोलन चलाया था, जिसके जरिए उन्होंने दिल्ली और आसपास के लोगों की मदद की. जब अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जनलोकपाल बिल के लिए अनशन किया तो वह इस आंदोलन से जुड़े. देशभर से इस आंदोलन को समर्थन मिला. उनके साथ इस आंदोलन में योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण और किरण बेदी भी थे, लेकिन बाद में ये तीनों उनसे अलग हो गए. अरविंद केजरीवाल ने भी इस बिल के लिए भूख हड़ताल की. लेकिन उसके बावजूद इसका कोई सार्थक परिणाम नहीं निकल पाया और उन्होंने राजनीति में उतरने का मन बना लिया. पार्टी बनाने से पहले अरविंद केजरीवाल ने रॉबर्ट वाड्रा, सलमान खुर्शीद, नितिन गडकरी समेत कई नेताओं और उद्योगपतियों के खिलाफ आरोप लगाए.
इससे बाद अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के साथ चुनावों में उतरे और दिल्ली में 15 साल से काबिज कांग्रेस को चुनावों में हराकर सत्ता पर कब्जा किया. लेकिन उनकी सरकार 49 दिन ही चली. उनकी सरकार ने जनलोकपाल के मुद्दे पर इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उन्हें इस निर्णय के लिए भी आलोचना का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2015 में दिल्ली की जनता ने उन्हें एक बार फिर शानदार बहुमत दिया. दिल्ली की 70 सीटों में से 64 सीटों पर आम आदमी पार्टी और सिर्फ 3 सीटों पर भाजपा को जीत मिली आज वह दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
दिल्ली, अरविंद केजरीवाल, Delhi, Arvind Kejriwal, अरविंद केजरीवाल का जन्मदिन, Arvind Kejriwal Birthday