सांकेतिक तस्वीर
नई दिल्ली:
दिल्ली सरकार ने दिल्ली में प्रीमियम बस सर्विस शुरू करने के लिए पॉलिसी का ऐलान कर दिया है। ये एक ऐप बेस बस सर्विस होगी, जिसमे केवल ऐप के ज़रिए ही यात्री अपनी सीट पहले से आरक्षित करा पाएंगे।
दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को इस पॉलिसी का ऐलान करते हुए इसकी जानकारी दी। गोपाल राय ने बताया कि ये सभी प्राइवेट बसें होंगी और जिस भी शख्स, फर्म या कंपनी के पास कम से कम 50 बसों का बेड़ा है वो इसमें अपने रजिस्ट्रेशन एक जून के बाद से करा सकता है।
ऐप आधारित प्रीमियम बस सर्विस की 10 खास बातें
दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को इस पॉलिसी का ऐलान करते हुए इसकी जानकारी दी। गोपाल राय ने बताया कि ये सभी प्राइवेट बसें होंगी और जिस भी शख्स, फर्म या कंपनी के पास कम से कम 50 बसों का बेड़ा है वो इसमें अपने रजिस्ट्रेशन एक जून के बाद से करा सकता है।
ऐप आधारित प्रीमियम बस सर्विस की 10 खास बातें
- इसमें सभी बस AC वाली होंगी
- सीसीटीवी, WiFi और जीपीएस अनिवार्य रूप से हर बस में लगा होगा
- ये बसें ब्लू लाइन की तरह सड़क पर एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ नहीं करेंगी, क्योंकि इनमें सवारी बैठाने की होड़ नहीं लग सकती।
- इसमें कोई यात्री खड़ा नहीं रह सकता। जितनी सीट उतने यात्री।
- ये सभी सीएनजी बसें होंगी
- सिर्फ पहले से सीट बुक हुआ व्यक्ति ही बस में सवारी कर सकता है, बीच रास्ते में कोई नहीं चढ़ सकता।
- महिला सुरक्षा के लिए सर्विस प्रोवाइडर को ऐप में ही एक पैनिक बटन लगाना होगा
- इसका किराया सरकार निर्धारित नहीं करेगी, बाजार के हिसाब से होगा, लेकिन अगर कोई मनमानी की शिकायत आई तो सरकार लिमिट तय करेगी
- अनधिकृत यात्री को बस में चढ़ाने पर 2500 रुपये का चालान होगा
- बस के किराए का भुगतान ऑनलाइन होगा, किसी तरह का नगद ट्रांजेक्शन नहीं हो सकता