
Ravichandran Ashwin makes makes big revelation: एक बार पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कभी प्रतिबंधित कर दिए गए पेसर श्रीसंत को लेकर कहा था उनके लिए श्रीसंत को नियंत्रित करना बहुत ही मुश्किल है. और अब दिग्गज ऑफ स्पिनर आर. अश्विन ने अपनी हालिया प्रकाशित ऑटोबायोग्राफी में श्रीसंत को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है, जो पहले सामने नहीं ही आया. अश्विन ने बताया कि कैसे गुस्से में तमतमाए धोनी ने श्रीसंत को बीच दौरे से वापस भारत भेजने का फैसला ले लिया था. अश्विन ने अपनी 184 पेज की इस आत्मकथा में एक नहीं, बल्कि कई मजेदार घटनाओं का जिक्र किया है. अश्विन ने अपने करियर के शुरुआती दिनों से साल 2011 की विश्व कप खिताबी जीत तक की यात्रा का जिक्र किताब में किया है. इन्हीं में से एक मजेदार घटना श्रीसंत से जुड़ी है. इसमें अश्विन ने बताया कि कैसे साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका में पोर्ट एलिजाबेथ में खेले गए एक वनडे मैच के बीच में धोनी बहुत ही ज्यादा आगबबूला हो गए थे. और उन्होंने अश्विन को टीम मैनेजर रंजीव बिस्वाल से इस पेसर को अगली उपलब्ध फ्लाइट से वापस भारत भेजने को कहा.
दरअसल वजह यह थी कि श्रीसंत धोनी के बार-बार कहने के बावजूद भी ड्रेसिंग रूम में संदेश देने के लिए डगआउट में बाकी रिजर्व खिलाड़ियों के साथ नहीं बैठ रहे थे. महान ऑफ स्पिनर का दर्ज हासिल कर चुके अश्विन ने घटना को बयां करते हुए लिखा, 'मैं मैदान पर धोनी के लिए पानी लेकर गया. दो ओवर बाद में फिर से ड्रिंक लेकर गया क्योंकि धोनी ज्यादा पानी पीते हैं. मैं धोनी के लिए किसी और खिलाड़ी की तुलना में ज्यादा पानी लेकर जाता हूं. जब मैं मैदान के भीतर गया, तो एमएस ने पूछा, श्री कहां है?"
अश्विन ने आगे लिखा, "यह संभवत: सवाल पूछने का सबसे नैसर्गिक तरीका है. यह एमएस का भी तरीका है. आप पता नहीं लगा सकते कि वह सवाल क्यों पूछ रहे हैं. ऐसे में मुझे समझ नहीं आया कि मैं क्या कहूं, लेकिन एमएस ने मुझे पता करने को कहा. इस पर मैंने कहा कि वह ड्रेसिंग रूम की सीढ़ियों पर है. इस धोनी ने मुझे श्रीसंत को नीचे आने और डगआउट में बाकी खिलाड़ियों के साथ बैठने को कहा."
ऑफ स्पिनर ने घटना में आगे लिखा, "ड्रिंक ब्रेक से वापस लौटने के दौरान मैं हैरान था कि इंटरनेशनल मैच में विकेटकीपिंग करने के बावजूद धोनी इसका संज्ञान ले रहे थे कि श्रीसंत सीढ़ियों पर भी नहीं बैठा था. लौटने के बाद मैंने कुर्सी पर पैर रखकर बैठे मुरली विजय से कहा, धोनी ने श्रीसंत से नीचे आने को कहा है. इस पर विजय ने मुझे ही श्री से यह सब कहने को कहने की बात करते हुए कहा कि मुझसे उसकी उम्मीद मत करो. इस पर मैं ड्रेसिंग रूम में गया कि कि धोनी चाहते हैं कि तुम डगआउट में बैठो. इस पर श्रीसंत ने कहा क्यों? तुम पानी नहीं लेकर जा सकते?."
अश्विन ने लिखा, "इस पर मैंने कहा कि मैंने कुछ नहीं कहा. धोनी ने कहा कि वह तुम्हें डगआउट में चाहते हैं. धोनी ने कहा है कि रिजर्व खिलाड़ियों को मैच के दौरान साथ बैठना चाहिए." इस पर श्री ने कहा, "ठीक है, तुम जाओ, मैं आ जाऊंगा. इसके बाद मैं अपनी ड्रिंक ड्यूटी पर लौट गया. अगली बार मैं हेलमेट के साथ मैदान पर गया. इस बार मैंने देखा कि धोनी नाराज हैं. धोनी ने सख्ती से पूछा कि श्री कहां है? वह क्या कर रहा है? मैंने धोनी से बताया कि मैंने श्री को मैसेज दे दिया है. धोनी ने इस पर कुछ नहीं कहा."
अश्विन ने आगे किताब में लिखा कि धोनी ने कुछ नहीं कहा. अगले ही ओवर में धोनी ने मुझे हेलमेट वापस ले जाने को कहा. धोनी शांत थे. उन्होंने हेलमेट लौटाते हुए कहा, "एक काम करो. रंजीब सर (रंजीब बिस्वाल, टीम मैनेजर) के पास जाओ. और उनसे कहो कि श्रीसंत की यहां रहने में कोई रुचि नहीं है. उनसे कल ही श्रीसंत का टिकट बुक करने के लिए कहा, जिससे वह भारत वापस लौट सके", धोनी की इस बात पर मैं हैरान था और समझ में नहीं आया कि क्या कहा जाए. मैं केवल उनका चेहरा देख रहा था. एमएस ने कहा, "क्या हुआ?", क्या तुम अभी भी इंग्लिश नहीं समझते?', बहरहाल, अश्विन ने खुलासा किया कि कैसे इस बात ने जादू का काम किया.
अश्विन ने लिखा, "श्रीसंत ने जल्द ही ड्रेस पहनी. और इतना ही नहीं, बल्कि वह ड्रिंक्स ड्यूटी भी निभा रहा था. अगली बार जब धोनी को पानी की जरुरत पड़ी, तो श्रीसंत ने यह सुनिश्चित किया कि वह तैयार है. बहरहाल, श्रीसंत से ड्रिंक लेने के बजाय धोनी ने मुझे आने का इशारा किया. धोनी ने सवाल किया, "क्या तुमने रंजीब सर से कहा या नहीं?" बहरहाल, बाद में धोनी और श्रीसंत ने यह मसला सुलझा लिया, लेकिन उन पलों में मैं ऐसे हालात में जरूर फंस गया, जिस पर मैं हंसा, लेकिन मैं भी तब डरा हुआ था."
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