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This Article is From Nov 17, 2023

उस रात को ऐसा क्या हुआ कि विराट कोहली पूरी तरह बदल गए......

Virat Kohli journey: एकदिवसीय मैचों में सबसे ज्यादा शतक लगाने के रिकॉर्ड अब विराट कोहली के नाम है. एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन भी विराट कोहली के नाम है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विराट कोहली 26 हज़ार से ज्यादा रन बना चुके हैं

उस रात को ऐसा क्या हुआ कि विराट कोहली पूरी तरह बदल गए......
Kohli success Story, कैसे कोहली बने 'विराट'

Virat Kohli: विराट कोहली (Kohli) क्रिकेट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं. 2006 में रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान जिसने विराट को देखा होगा शायद ही वह क्रिकेट के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर कभी सवाल उठाएगा. 2006 में विराट कोहली के पिता प्रेम कोहली जी (Virat Kohli Father Prem Kohli) को अचानक स्ट्रोक आया. अस्पताल में एडमिट कराना पड़ा. इस स्ट्रोक से प्रेम कोहली जी ठीक नहीं हो पाए.  कुछ दिनों के बाद प्रेम कोहली जी का देहांत हो गया, तब कोहली दिल्ली में चल रहे रणजी ट्रॉफी मैच का हिस्सा थे. सुबह तीन बजे कोहली के पिता जी का देहांत हुआ. सुबह 10 बजे कोहली को मैच खेलना था. सुबह कोहली अपने कोच को फ़ोन करते हैं और पिताजी के देहांत की खबर देते हैं. कोच विराट कोहली से पूछते हैं कि क्या करना है,  कोहली जवाब देते हैं कि उन्हें मैच खेलना है. घर वाले हैरान हो जाते हैं. इतनी बड़ी घटना के बाद भी विराट कोहली रो नहीं रहे थे. चुपचाप खड़े थे. मैच खेलने की बात कर रहे थे. सुबह विराट कोहली स्टेडियम के लिए निकल जाते हैं. ड्रेसिंग रूम में पहुंचते हैं. साथी खिलाड़ियों को पता नहीं था कि कोहली के पिता जी का देहांत हुआ है. धीरे धीरे सबको पता चलता है फिर सब कोहली के पास पहुंचते हैं , कोहली को समझाते हैं.

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पिताजी के देहांत के बाद पहली बार कोहली रोने लगते हैं। उनके के अंदर जो दुख दर्द पिता के प्रति जो प्यार सब दिखाई देता है. इस मैच में कोहली 90 रन बनाते हैं और दिल्ली को हारने से बचा लेते हैं. मैच ड्रा रहता है. मैच के बाद कोहली अपने पिताजी के दाह-संस्कार के लिए पहुंचते हैं. अपने भाई से कहते हैं कि अब उन्हें देश के लिए खेलना है. पिताजी के सपने को पूरा करना है. 

कैसे क्रिकेट खेलना शुरू किया विराट ने : विराट कोहली जब बचपन में हाथ में बल्ला लेकर खेलते थे तब उन्होंने कभी नहीं सोचे थे वे एक अच्छे क्रिकेटर बनेंगे या क्रिकेट को अपने करियर के रूप में आगे बढ़ाएंगे.  हाथ में बल्ला लेकर विराट कोहली टीवी पर मैच देखते थे और बल्लेबाजों को कॉपी करते थे. उनकी तरह बल्लेबाजी करने की कोशिश करते थे.  एक बार विराट कोहली के एक दोस्त ने विराट कोहली के पिता से कहा कि विराट अच्छा बल्लेबाजी करता है आप उन्हें किसी अकादमी में ट्रेनिंग क्यों नहीं दिलना रहे. फिर विराट कोहली के पिता विराट के पास जाते हैं और पूछते हैं क्या आप क्रिकेटर बनना चाहते हैं , विराट हाँ में जवाब देते हैं.

विराट कोहली के पिता ने उनका एडमिशन वेस्ट दिल्ली क्रिकेट क्लब में करावा देते हैं. वहीं, से विराट की क्रिकेट का सफर शुरू होता है. विराट पढ़ाई में अच्छे थे लेकिन मैथ से डरते थे. दसवीं बोर्ड के दौरान विराट क्रिकेट को सीरियसली लेने लगे थे. धीरे धीरे आगे बढ़ते गए.. अंडर 19 टीम में उनका चयन हुआ.  घरेलू मैचों में शानदार प्रदर्शन करते हुए विराट ने अपने आपको एक शानदार खिलाड़ी के रूप में साबित किया, विराट कोहली 143 प्रथम श्रेणी मैच खेलते हुए करीब 50 की औसत से 10925 रन बना चुके हैं जिस में 36 शतक शामिल है. अगर लिस्ट-A के मैच जोड़े जाएं तो कोहली ने 309 मैच खेलते हुए करीब 57 की औसत से 14967 रन बनाए हैं, जिसमे 52 शतक शामिल हैं.

विराट कोहली लगातार अच्छे प्रदर्शन करते आ रहे थे, साल 2004 में दिल्ली की तरफ से विराट कोहली का अंडर 17 विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए चयन हुआ. इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन करते हुए कोहली ने 117 की औसत से 470 रन बनाए थे. फिर अगले साल भी कोहली ने विजय मर्चेंट ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 7 मैच खेलते हुए सबसे ज्यादा 757 रन बनाए थे.  इस शानदार प्रदर्शन के लिए कोहली को अंडर-19 टीम का कप्तान बनाया गया. कोहली की कप्तानी में भारत ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में काफी शानदार प्रदर्शन किया था. कोहली ने खुद शानदार बल्लेबाजी करते हुए 6 मैचों में करीब 47 की औसत से 235 रन बनाये थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 47 गेंदों पर 100 रनों की पारी उस वक्त यह पारी चर्चा का विषय बन गया था. 

कोहली के अंडर-19 वर्ल्ड कप के शानदार प्रदर्शन ने सबको प्रभावित किया था, फिर श्रीलंका दौर के लिए 2008 में कोहली का चयन हुआ. जब सहवाग और तेंदुलकर पूरी तरह फिट नहीं थे तब ओपनर के रूप में टीम इंडिया में कोहली को मौका मिला. श्रीलंका के खिलाफ इस सीरीज में कोहली ने करीब 32 की औसत से 159 रन बनाए थे, जिसमें एक अर्धशतक भी शामिल था. 24 दिसंबर 2009 को कोहली ने अपने वनडे करियर का पहला शतक श्रीलंका के खिलाफ लगाया. 

विराट कोहली कई वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं.  एकदिवसीय मैचों में सबसे ज्यादा शतक लगाने के रिकॉर्ड अब विराट कोहली के नाम है. एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन भी विराट कोहली के नाम है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विराट कोहली 26 हज़ार से ज्यादा रन बना चुके हैं. उस एक रात ने विराट की ज़िन्दगी को बदल दी. कोहली को विराट बनने के लिए प्रेरणा दी. कोहली को 'विराट' बनने में काफी संघर्ष करना पड़ा लेकिन कोहली कभी हार नहीं माने. अपने कैरियर में कई उतार-चढ़ाव का सामना किया लेकिन मेहनत से आगे बढ़ते गए, अपने पिता के सपने पूरे किए. 
 

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