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This Article is From Jun 10, 2019

ये हैं युवराज सिंह की 5 सर्वश्रेष्ठ वनडे पारियां जो हमेशा याद की जाएंगी

ये हैं युवराज सिंह की 5 सर्वश्रेष्ठ वनडे पारियां जो हमेशा याद की जाएंगी
नई दिल्ली:

टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज आतिशी बल्लेबाज युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने सभी तरह के फॉर्मेट से सोमवार को क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. युवराज (Yuvraj Singh call a day) पिछले काफी समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर चल रहे थे. और अब जबकि टीम इंडिया में उनकी वापसी की सारी संभावनाएं खत्म हो चुकी थीं, तो उन्हें बल्ला टांगने में तनिक भी देर नहीं लगाई. इस दिग्गज बल्लेबाज ने अपने करियर में कई यादगार पारियां खेलीं. चलिए युवराज (Yuvraj Singh) की उन्हें टॉप पांच वनडे पारियों के बारे में जान लीजिए, जिनके बारे में उनके चाहने वाले हमेशा चर्चा करते रहेंगे.

84 vs ऑस्ट्रेलिया, 7 अक्टूबर 2002 : शाही एंट्री!

युवराज बहुत ही प्रतिष्ठा के आधार पर टीम इंडिया का हिस्सा बने थे. जूनियर सर्किट व घरेलू क्रिकेट में उन्होंने ढेरों रन बनाए थे. यह उनके करियर का सिर्फ दूसरा ही मुकाबला था. और मैच से युवराज मानो वर्ल्ड क्रिकेट के युवराज बन गए. नैरोबी में आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट के पहले क्वार्टरफाइनल में जहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन व गांगुली सहित बड़े सितारे नाकाम रहे, तो युवराज ने 80 गेंदों पर 84 12 चौकों से 84 रन की पारी खेली. युवी की पारी से टीम इंडिया ने मैच जीता. वह मैन ऑफ द मैच बने और वर्ल्ड क्रिकेट में युवराजा का शाही अंदाज में आगाज हो गया. 

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121 vs ऑस्ट्रेलिया, 22 जनवरी 2004: विदेश में दिखाया दम!

यह मुकाबला डीबी सीरीज में सिडनी में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था. युवराज ने इस शतकीय पारी से दिखाया कि उनका बल्ला विदेशी जमीं पर भी गरजना बखूबी जानता है. एससीजी में कंगारू टीम में ब्रेट ली और गिलेस्पी जैसे गेंदबाज थे. और युवी ने बेहतरीन स्ट्रोक भरी पारी खेली. सिर्फ 122 गेंदों पर युवराज ने 16 चौके और 2 छक्कों से 139 रन बनाकर विदेशी जमीं पर अपने कद को ऊंचा किया


107* vs पाकिस्तान, 19 फरवरी 2006: पाकिस्तान में सुनाई गूंज!

कराची में खेली यह पारी युवराज सिंह के चाहने वाले नहीं ही भूल पाएंगे. भारत इस मैच में 287 रनों का पीछा कर रहा था. युवी ने एक छोर पर नाबाद रहते हुए धोनी के साथ एक अच्छी साझेदारी निभाई. और उन्होंने 93 गेंदों पर बिना आउट हुए 107 रन बनाते हुए भारत को जीत दिला दी. इस पारी में युवराज ने 14 चौके जड़े.

138 vs इंग्लैंड, 14 नवंबर 2008: अंग्रेजों को उतरने से पहले ही पस्त किया

राजकोट में खेले गए इस मुकाबले में युवराज का बल्ला ऐसा बोला कि अंग्रेज अपनी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरने से पहले ही पस्त हो गए. जो भी फैंस युवराज की इस पारी के गवाह बने, वह आज भी इस पारी को याद कर रोमांचित हो उठते हैं. युवराज ने सिर्फ 78 गेंदों पर धमाकेदार अंदाज में बैटिंग करते हुए 138 रन बनाए. 16 चौके और 6 छक्कों के साथ. यह युवराज की मार का ही असर रहा कि भारत ने 50 ओवर में 5 विकेट पर 387 रन बना डाले और इंग्लैंड उतरने से पहले ही मानसिक रूप से हार गया. 

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131 VS विंडीज, 26 जून, 2009: विंडीज में भी दिखाया दम

विंडीज के विकेटों पर बैटिंग करना कितना ज्यादा मुश्किल होता है, यह आम क्रिकेटप्रेमी भी बखूबी समझता है. किंग्स्टन में खेले गए इस मुकाबले में युवराज ने दिखाया जहां गेंद पिच पर रुककर और दोहरे उछाल वाली आती हैं, वह वहां भी गेंदबाजों के लिए काल बन सकते हैं. युवराज ने अपने नैसर्गिक तेवर दिखाते हुए 102 गेंदों पर 10 चौकों और 7 छक्कों से 131 रन बनाए. इस पारी से युवराज ने भारत को 6 विकेट पर 339 का स्कोर दिया. और भारत 20 रन से मैच जीत गया. 

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कुल मिलाकर युवराज ने खेले 304 मैचों में 36.55 के औसत से 8701 रन बनाए, जो उनकी प्रचंड काबिलियत से मेल नहीं ही खाता. उन्होंने 14 शतक और 52 अर्द्धशतक भी बनाए. और इन्हीं में से युवराज ने कुछ बेमिसाल पारियां खेल डालीं, जो क्रिकेटप्रेमियों के जहन मे कौंधती रहेंगी. 

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