नई दिल्ली:
दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को अपने खेल के जरिये सदभावना, मित्रता और खेल भावना को बढ़ावा देकर भारत और ऑस्ट्रेलिया के रिश्तों में योगदान देने के लिए मंगलवार को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (एएम) की सदस्यता से सम्मानित किया गया।
ऑस्ट्रेलिया के कलामंत्री साइमन क्रीन ने यहां इस 39 वर्षीय स्टार बल्लेबाज को सम्मान प्रदान किया। उन्होंने तेंदुलकर को पदक और क्रिकेट स्टंप सौंपा। पूर्व एटार्नी जनरल सोली सोराबजी के बाद तेंदुलकर यह सम्मान हासिल करने वाले केवल दूसरे भारतीय हैं। सोराबजी को 2006 में ऑस्ट्रेलिया-भारत के द्विपक्षीय कानूनी रिश्तों में योगदान के लिए आर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया से सम्मानित किया गया था।
तेंदुलकर ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया एएम पाने वाले चौथे गैर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं। उनसे पहले वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा, सर गारफील्ड सोबर्स और क्लाइव लायड को यह सम्मान दिया जा चुका है।
लारा को 2009 में मानद सदस्य बनाया गया था जबकि लायड को 1985 में यह पुरस्कार मिला था। सोबर्स को 2003 में सम्मानित किया गया था। तेंदुलकर को दुनिया के सर्वकालिक महान क्रिकेटरों में एक माना जाता है। उन्होंने 190 टेस्ट मैचों में 15533 रन और 463 एकदिवसीय मैचों में 18426 रन बनाए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज, महान खिलाड़ी, महान क्रिकेटर, समाजसेवी और एक पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत रहे सचिन तेंदुलकर को सम्मानित करके गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।’’ ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जुलिया गिलार्ड ने पिछले महीने भारत यात्रा के दौरान तेंदुलकर को एएम से सम्मानित करने की घोषणा की थी। क्रीन ने कहा, ‘‘इस साल के शुरू में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक जमाने वाले पहले बल्लेबाज बने सचिन तेंदुलकर के रिकार्डों की लंबी गाथा है। हम आज उन्हें उनके मैदानी पराक्रम के लिए ही नहीं बल्कि मैदान के बाहर के कार्यों के लिए भी सम्मानित कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट में अपने योगदान के अलावा सचिन ने समाजसेवा में भी योगदान दिया। वह कई चैरिटी से जुड़े हुए हैं और हर साल 200 गरीब बच्चों को प्रायोजित करते हैं। वह क्रिकेट के वैश्विक दूत और रोल मॉडल हैं।’’
(इनपुट भाषा से भी)
ऑस्ट्रेलिया के कलामंत्री साइमन क्रीन ने यहां इस 39 वर्षीय स्टार बल्लेबाज को सम्मान प्रदान किया। उन्होंने तेंदुलकर को पदक और क्रिकेट स्टंप सौंपा। पूर्व एटार्नी जनरल सोली सोराबजी के बाद तेंदुलकर यह सम्मान हासिल करने वाले केवल दूसरे भारतीय हैं। सोराबजी को 2006 में ऑस्ट्रेलिया-भारत के द्विपक्षीय कानूनी रिश्तों में योगदान के लिए आर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया से सम्मानित किया गया था।
तेंदुलकर ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया एएम पाने वाले चौथे गैर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं। उनसे पहले वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा, सर गारफील्ड सोबर्स और क्लाइव लायड को यह सम्मान दिया जा चुका है।
लारा को 2009 में मानद सदस्य बनाया गया था जबकि लायड को 1985 में यह पुरस्कार मिला था। सोबर्स को 2003 में सम्मानित किया गया था। तेंदुलकर को दुनिया के सर्वकालिक महान क्रिकेटरों में एक माना जाता है। उन्होंने 190 टेस्ट मैचों में 15533 रन और 463 एकदिवसीय मैचों में 18426 रन बनाए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज, महान खिलाड़ी, महान क्रिकेटर, समाजसेवी और एक पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत रहे सचिन तेंदुलकर को सम्मानित करके गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।’’ ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जुलिया गिलार्ड ने पिछले महीने भारत यात्रा के दौरान तेंदुलकर को एएम से सम्मानित करने की घोषणा की थी। क्रीन ने कहा, ‘‘इस साल के शुरू में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक जमाने वाले पहले बल्लेबाज बने सचिन तेंदुलकर के रिकार्डों की लंबी गाथा है। हम आज उन्हें उनके मैदानी पराक्रम के लिए ही नहीं बल्कि मैदान के बाहर के कार्यों के लिए भी सम्मानित कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट में अपने योगदान के अलावा सचिन ने समाजसेवा में भी योगदान दिया। वह कई चैरिटी से जुड़े हुए हैं और हर साल 200 गरीब बच्चों को प्रायोजित करते हैं। वह क्रिकेट के वैश्विक दूत और रोल मॉडल हैं।’’
(इनपुट भाषा से भी)
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