
Mayank Agarwal: विशाखापट्टनम टेस्ट की पहली पारी में दोहरा शतक जमाने वाले मयंक अग्रवाल पर एक समय अपने राज्य कर्नाटक की टीम से भी बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था. ऐसे समय कर्नाटक टीम का एक खिलाड़ी उनकी मदद के लिए सामने आया था. इस खिलाड़ी ने मयंक को प्रेरित किया था और इससे बातचीत के बाद मयंक अग्रवाल की बल्लेबाजी बेहतर होती गई थी. यह खुलासा टीम इंडिया के लिए खेल चुके बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) ने किया है. रॉबिन का मानना है कि अगर कर्नाटक के पूर्व कप्तान आर विनय कुमार (R Vinay Kumar) खराब फॉर्म से जूझ रहे मयंक अग्रवाल को उपयोगी सलाह नहीं देते तो शायद क्रिकेट जगत को उनकी शानदार बल्लेबाजी देखने को नहीं मिलती.
गौरतलब है कि उथप्पा ने याद किया कि कैसे विनय के प्रेरणादायी शब्दों से इस सलामी बल्लेबाज के प्रदर्शन में सुधार हुआ. उथप्पा (Robin Uthappa) ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR)के प्रचार कार्यक्रम के इतर कहा, ‘मुझे याद है कि हम उसे रणजी मैच से बाहर करने पर विचार कर रहे थे लेकिन जब (कप्तान) आर विनय कुमार ने उन्हें प्रेरणादायी शब्द कहे तो उसने तिहरा शतक जड़ा और फिर मुड़कर नहीं देखा.' अग्रवाल (Mayank Agarwal) ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना पहला तिहरा शतक जड़ते हुए महाराष्ट्र के खिलाफ पुणे में नाबाद 304 रन की पारी खेली जिससे टीम ने पारी और 136 रन से जीत दर्ज की.
मयंक अग्रवाल ने विशाखापट्टनम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में 215 रन बनाए जिससे भारत ने पहली पारी सात विकेट पर 502 रन बनाकर घोषित की. उथप्पा ने रोहित शर्मा (Rohit Sharma)की भी तारीफ की जिन्होंने टेस्ट सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी पहली ही पारी में 244 गेंद में 176 रन बनाए. उन्होंने कहा, ‘उसने हमेशा भारत और विदेश में अच्छा प्रदर्शन किया है। सफेद गेंद के क्रिकेट में भी उसका दबदबा है. वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक है.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं