टीम इंडिया (फाइल फोटो)
मैदान सज चुका है... विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया कैरिबियाई द्वीप में गुरुवार से शुरू होने जा रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज़ में वेस्टइंडीज़ से दो-दो हाथ करने को तैयार है। इस समय टीम इंडिया जिस तरह का प्रदर्शन कर रही है, उसे देखते हुए हर कोई उम्मीद लगाए है कि 'विराट ब्रिगेड' यह सीरीज़ जीतकर विदेशों में अपने रिकॉर्ड को बेहतर करने का सिलसिला बरकरार रखेगी। विराट की अगुवाई में टीम इंडिया इससे पहले श्रीलंका को उसके ही मैदान पर 2-1 के अंतर से शिकस्त दे चुकी है।
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ यह सीरीज़ इस मायने में भी अहम होगी कि इसमें जीत मिलते ही टीम इंडिया कैरिबियाई द्वीप पर जीत की हैट्रिक बना लेगी। वेस्टइंडीज़ में भारतीय टीम इससे पहले राहुल द्रविड़ (वर्ष 2006) और महेंद्र सिंह धोनी (वर्ष 2011) के नेतृत्व में 1-0 के अंतर से सीरीज़ जीत हासिल कर चुकी है। जाहिर है नए कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली की जुगलबंदी यह खास मौका हाथ से नहीं जाने देगी। हालांकि कुंबले कह चुके हैं कि वह इंडीज़ टीम को उसके घरेलू मैदान पर कम नहीं आंक रहे हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो पलड़ा निश्चित रूप से भारत का भारी है। वैसे तो क्रिकेट टीम गेम है और जीत में हर खिलाड़ी की अपनी भूमिका होती है, लेकिन मौजूदा टीम इंडिया के इन पांच खिलाड़ियों की जीत के लिहाज से निर्णायक भूमिका हो सकती है...
विपक्षी बल्लेबाजों के लिए फिरकी का 'जाल' बुनेंगे अश्विन...
इंडीज़ दौरे में टीम इंडिया की कामयाबी बहुत कुछ उसके गेंदबाजों पर निर्भर करेगी। इस लिहाज से कप्तान विराट कोहली के लिए रविचंद्रन अश्विन ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। वैसे भी वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाज स्पिन खेलने के मामले में कमजोर माने जाते हैं, और 29-वर्षीय अश्विन इस समय टीम इंडिया के स्ट्राइक बॉलर हैं। कोच अनिल कुंबले का साथ निश्चित ही विकेट लेने की उनकी क्षमता में इजाफा करेगा। समय के साथ स्लो होते जा रहे वेस्टइंडीज़ के विकेट तमिलनाडु के इस ऑफ स्पिनर के लिए मददगार रह सकते हैं। जाहिर है वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाजों की अश्विन कड़ी परीक्षा लेने वाले हैं।
अश्विन का गेंदबाजी रिकॉर्ड : मैच : 32, पारी : 59, रन दिए : 4,470, विकेट : 176, औसत : 25.39, पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : 7/66, मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : 12/85, पारी में 5 विकेट : 16 बार, मैच में 10 विकेट : 4 बार...
गेंदों की उछाल से खतरा बनेंगे ईशांत शर्मा...
ईशांत शर्मा टीम इंडिया के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज हैं। 27 साल के इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में शानदार शुरुआत करके बड़ी उम्मीद जगाई थी, लेकिन जल्द ही पटरी से उतरते नज़र आए। ज़रूरत से ज़्यादा कोशिश के कारण दिशाहीन होने लगे और मारक क्षमता गंवा दी। बहरहाल, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज़ में ईशांत अपने पुराने रंग में नज़र आए, और अपनीउछाल से उन्होंने विपक्षी बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। सीरीज़ में ईशांत भारतीय पेस अटैक के केंद्रबिंदु होंगे। ऐसे में कप्तान विराट कोहली निश्चित ही अपने इस स्पीडस्टर से खास उम्मीद लगाए हैं। दिल्ली का यह गेंदबाज इन उम्मीदों पर खरा उतरने में सक्षम हैं।
ईशांत का गेंदबाजी रिकॉर्ड : मैच : 68, पारी : 119, रन दिए : 7,417, विकेट : 201, औसत : 36.00, पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : 7/74, मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : 10/108, पारी में 5 विकेट : 7 बार, मैच में 10 विकेट : 1 बार...
चलता रहा है, चलता रहेगा विराट का बल्ला...!
27 साल के विराट इस समय करियर के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। इसकी झलक वह टी-20 वर्ल्डकप और IPL-9 में दे चुके हैं। हालांकि यह प्रदर्शन शॉर्टर फॉर्मेट में था, लेकिन विराट टेस्ट में भी कैरिबियाई गेंदबाजों को राहत नहीं देने जा रहे। विराट की खासियत यह है कि मैदान में वह अपना 100 फीसदी प्रदर्शन देते हैं और खिलाड़ियों से भी इसकी अपेक्षा करते हैं। विराट इस समय बल्ले से जैसा धमाल मचा रहे हैं, उसे देखते हुए लगता यही है कि उन्होंने यह सिलसिला बरकरार रखा तो मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की ऊंचाई पर खुद को स्थापित कर लेंगे। सचिन खुद कह चुके हैं कि विराट उनके रिकॉर्ड को तोड़ने में सक्षम हैं।
विराट का टेस्ट रिकॉर्ड : मैच : 41, पारी : 72, नाबाद : 4, रन : 2,994, सर्वश्रेष्ठ : 169, औसत : 44.02, शतक : 11, अर्द्धशतक : 12...
गेंदबाजों से कड़ी मेहनत कराएंगे अजिंक्य रहाणे...
इंडीज़ दौरा अजिंक्य रहाणे को टीम में प्रतिष्ठा दिलाने के लिहाज से बड़ा प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बेहतरीन बल्लेबाजों के आगे अजिंक्य को वह श्रेय नहीं मिल सका, जिसके वह हकदार थे। 'मिस्टर रिलायबल' राहुल द्रविड़ की ही तरह अजिंक्य की भूमिका टिककर बल्लेबाजी करने की होती है। इस भूमिका को वह कई बार कामयाबी के साथ निभा भी चुके हैं। कई बार तो अपनी धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी से वह विपक्षी गेंदबाजों में खीझ पैदा कर देते हैं। अजिंक्य की सबसे बड़ी खासियत यह है कि टीम के अन्य स्टार बल्लेबाजों की चकाचौंध का असर वह अपने खेल पर नहीं पड़ने देते। लगता है कि मुंबई का यह बल्लेबाज अपने विकेट के लिए गेंदबाजों से कड़ी मेहनत कराएगा।
अजिंक्य का टेस्ट रिकॉर्ड : मैच : 22, पारी : 40, नाबाद : 4, रन : 1,619, सर्वश्रेष्ठ : 147, औसत : 44.97, शतक : 6, अर्द्धशतक : 7...
विजय का प्रदर्शन तय कर सकता है 'विजय'...
वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के बाद टीम इंडिया की एक अच्छे ओपनर की तलाश मुरली विजय पर जाकर पूरी हुई है। विजय की खेल शैली ओपनर के लिहाज से माकूल है और क्रिकेट का हर शॉट खेलने में वह समर्थ हैं। खास बात यह है कि देश के घुमावदार और विदेशों के बाउंसी, दोनों तरह के विकेट पर वह अधिकारपूर्वक बल्लेबाजी कर लेते हैं।
विजय का टेस्ट रिकॉर्ड : मैच : 37, पारी : 65, नाबाद : 1, रन : 2,630, सर्वश्रेष्ठ : 167, औसत : 41.09, शतक : 6, अर्द्धशतक : 12...
वैसे, इन पांच खिलाड़ियों के अलावा गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार, अमित मिश्रा और रवींद्र जडेजा तथा बल्लेबाजी में लोकेश राहुल भी छिपे रुस्तम साबित हो सकते हैं...
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ यह सीरीज़ इस मायने में भी अहम होगी कि इसमें जीत मिलते ही टीम इंडिया कैरिबियाई द्वीप पर जीत की हैट्रिक बना लेगी। वेस्टइंडीज़ में भारतीय टीम इससे पहले राहुल द्रविड़ (वर्ष 2006) और महेंद्र सिंह धोनी (वर्ष 2011) के नेतृत्व में 1-0 के अंतर से सीरीज़ जीत हासिल कर चुकी है। जाहिर है नए कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली की जुगलबंदी यह खास मौका हाथ से नहीं जाने देगी। हालांकि कुंबले कह चुके हैं कि वह इंडीज़ टीम को उसके घरेलू मैदान पर कम नहीं आंक रहे हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो पलड़ा निश्चित रूप से भारत का भारी है। वैसे तो क्रिकेट टीम गेम है और जीत में हर खिलाड़ी की अपनी भूमिका होती है, लेकिन मौजूदा टीम इंडिया के इन पांच खिलाड़ियों की जीत के लिहाज से निर्णायक भूमिका हो सकती है...
विपक्षी बल्लेबाजों के लिए फिरकी का 'जाल' बुनेंगे अश्विन...
इंडीज़ दौरे में टीम इंडिया की कामयाबी बहुत कुछ उसके गेंदबाजों पर निर्भर करेगी। इस लिहाज से कप्तान विराट कोहली के लिए रविचंद्रन अश्विन ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। वैसे भी वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाज स्पिन खेलने के मामले में कमजोर माने जाते हैं, और 29-वर्षीय अश्विन इस समय टीम इंडिया के स्ट्राइक बॉलर हैं। कोच अनिल कुंबले का साथ निश्चित ही विकेट लेने की उनकी क्षमता में इजाफा करेगा। समय के साथ स्लो होते जा रहे वेस्टइंडीज़ के विकेट तमिलनाडु के इस ऑफ स्पिनर के लिए मददगार रह सकते हैं। जाहिर है वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाजों की अश्विन कड़ी परीक्षा लेने वाले हैं।
अश्विन का गेंदबाजी रिकॉर्ड : मैच : 32, पारी : 59, रन दिए : 4,470, विकेट : 176, औसत : 25.39, पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : 7/66, मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : 12/85, पारी में 5 विकेट : 16 बार, मैच में 10 विकेट : 4 बार...
गेंदों की उछाल से खतरा बनेंगे ईशांत शर्मा...
ईशांत शर्मा टीम इंडिया के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज हैं। 27 साल के इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में शानदार शुरुआत करके बड़ी उम्मीद जगाई थी, लेकिन जल्द ही पटरी से उतरते नज़र आए। ज़रूरत से ज़्यादा कोशिश के कारण दिशाहीन होने लगे और मारक क्षमता गंवा दी। बहरहाल, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज़ में ईशांत अपने पुराने रंग में नज़र आए, और अपनीउछाल से उन्होंने विपक्षी बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। सीरीज़ में ईशांत भारतीय पेस अटैक के केंद्रबिंदु होंगे। ऐसे में कप्तान विराट कोहली निश्चित ही अपने इस स्पीडस्टर से खास उम्मीद लगाए हैं। दिल्ली का यह गेंदबाज इन उम्मीदों पर खरा उतरने में सक्षम हैं।
ईशांत का गेंदबाजी रिकॉर्ड : मैच : 68, पारी : 119, रन दिए : 7,417, विकेट : 201, औसत : 36.00, पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : 7/74, मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : 10/108, पारी में 5 विकेट : 7 बार, मैच में 10 विकेट : 1 बार...
चलता रहा है, चलता रहेगा विराट का बल्ला...!
27 साल के विराट इस समय करियर के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। इसकी झलक वह टी-20 वर्ल्डकप और IPL-9 में दे चुके हैं। हालांकि यह प्रदर्शन शॉर्टर फॉर्मेट में था, लेकिन विराट टेस्ट में भी कैरिबियाई गेंदबाजों को राहत नहीं देने जा रहे। विराट की खासियत यह है कि मैदान में वह अपना 100 फीसदी प्रदर्शन देते हैं और खिलाड़ियों से भी इसकी अपेक्षा करते हैं। विराट इस समय बल्ले से जैसा धमाल मचा रहे हैं, उसे देखते हुए लगता यही है कि उन्होंने यह सिलसिला बरकरार रखा तो मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की ऊंचाई पर खुद को स्थापित कर लेंगे। सचिन खुद कह चुके हैं कि विराट उनके रिकॉर्ड को तोड़ने में सक्षम हैं।
विराट का टेस्ट रिकॉर्ड : मैच : 41, पारी : 72, नाबाद : 4, रन : 2,994, सर्वश्रेष्ठ : 169, औसत : 44.02, शतक : 11, अर्द्धशतक : 12...
गेंदबाजों से कड़ी मेहनत कराएंगे अजिंक्य रहाणे...
इंडीज़ दौरा अजिंक्य रहाणे को टीम में प्रतिष्ठा दिलाने के लिहाज से बड़ा प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बेहतरीन बल्लेबाजों के आगे अजिंक्य को वह श्रेय नहीं मिल सका, जिसके वह हकदार थे। 'मिस्टर रिलायबल' राहुल द्रविड़ की ही तरह अजिंक्य की भूमिका टिककर बल्लेबाजी करने की होती है। इस भूमिका को वह कई बार कामयाबी के साथ निभा भी चुके हैं। कई बार तो अपनी धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी से वह विपक्षी गेंदबाजों में खीझ पैदा कर देते हैं। अजिंक्य की सबसे बड़ी खासियत यह है कि टीम के अन्य स्टार बल्लेबाजों की चकाचौंध का असर वह अपने खेल पर नहीं पड़ने देते। लगता है कि मुंबई का यह बल्लेबाज अपने विकेट के लिए गेंदबाजों से कड़ी मेहनत कराएगा।
अजिंक्य का टेस्ट रिकॉर्ड : मैच : 22, पारी : 40, नाबाद : 4, रन : 1,619, सर्वश्रेष्ठ : 147, औसत : 44.97, शतक : 6, अर्द्धशतक : 7...
विजय का प्रदर्शन तय कर सकता है 'विजय'...
वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के बाद टीम इंडिया की एक अच्छे ओपनर की तलाश मुरली विजय पर जाकर पूरी हुई है। विजय की खेल शैली ओपनर के लिहाज से माकूल है और क्रिकेट का हर शॉट खेलने में वह समर्थ हैं। खास बात यह है कि देश के घुमावदार और विदेशों के बाउंसी, दोनों तरह के विकेट पर वह अधिकारपूर्वक बल्लेबाजी कर लेते हैं।
विजय का टेस्ट रिकॉर्ड : मैच : 37, पारी : 65, नाबाद : 1, रन : 2,630, सर्वश्रेष्ठ : 167, औसत : 41.09, शतक : 6, अर्द्धशतक : 12...
वैसे, इन पांच खिलाड़ियों के अलावा गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार, अमित मिश्रा और रवींद्र जडेजा तथा बल्लेबाजी में लोकेश राहुल भी छिपे रुस्तम साबित हो सकते हैं...
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