जब 10 दिन पहले भारतीय क्रिकेटर परवेज रसूल के बिजबेहड़ा निवास में बाढ़ का पानी घुस गया था, तो उनकी सबसे पहली प्रतिक्रिया फर्स्ट फ्लोर पर मौजूद अपने दो क्रिकेट किट बैग को निकालने की थी, लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं की थी कि इसके बाद क्या होगा।
जम्मू कश्मीर के बाढ़ प्रभावित अनंतनाग जिले से रसूल ने कहा, 'पिछले 11 दिन से मैं समाज से पूरी तरह से कटा हुआ था, क्योंकि कोई भी फोन या सेलफोन काम नहीं कर रहा था। कोई इंटरनेट कनेक्शन नहीं था। मेरे और मेरे परिवार के लिए यह लाचारी के हालात थे। हम पहले प्रथम तल पर रह रहे थे, क्योंकि ग्राउंड तल बाढ़ के पानी से भरा हुआ था। मैं अपने सभी दोस्तों और रिश्तेदारों को सूचित करना चाहूंगा कि हम सुरक्षित हैं।'
रसूल ने कहा, 'मैं आपका फोन इसलिए ले पाया, क्योंकि मेरे घर से कुछ दो किमी की दूरी से मुझे मोबाइल के सिग्नल मिल रहे हैं। मुझे पता चला कि ऐसी अफवाह चल रही थी कि बाढ़ के कारण मेरे और मेरे परिवार का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। यह गलत है। हां, हालात भयावह हैं, लेकिन अभी अनंतनाग में ये बेहतर हैं। मैं अगले दो दिन में श्रीनगर जाने की योजना बना रहा हूं। मैं अपनी जम्मू कश्मीर रणजी टीम के साथियों से भी संपर्क नहीं कर पाया हूं।
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