फाइल फोटो
अमित मिश्रा की गेंद पर दुश्मंता चमीरा के आखिरी विकेट के साथ ही भारत ने श्रीलंका के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली। कोलंबो में भारत को 278 रनों से जीत हासिल हुई, जो रन के लिहाज से श्रीलंका में भारत की सबसे बड़ी जीत है।
स्पिनरों के दमखम के सहारे कप्तान विराट कोहली ने अपनी पहली टेस्ट जीत पर दस्तखत किए, तो आर अश्विन और अमित मिश्रा का रोल उसमें बेहद अहम रहा।
कप्तान विराट कोहली कहते हैं, " मुझे बल्लेबाजों के शतक बनाने से ज्यादा गेदबाजों का 20 विकेट लेना ज्यादा रास आता है। खासकर अश्विन जैसे गेंदबाज का होना किसी भी टीम के लिए बेहद खास है। अश्विन कमाल की सोच के साथ गेंदबाजी करते हैं। बल्लेबाज बाएं हाथ का हो या दाएं हाथ का, वह किसी भी बल्लेबाज को परेशान कर सकते हैं।"
विराट यह भी कहते हैं कि उनके गेंदबाजों ने पार्टनरशिप में गेंदबाज़ी की। जैसे कि ईशांत शर्मा ने एक सिरे से रन रोककर दबाव बनाए रखा, उन्होंने विकेट हासिल करने की जल्दबाजी नहीं दिखाई। वह अश्विन के लिए विकेटों की राह बनाते रहे।
अश्विन ने मैच के आखिरी दिन लहिरू थिरिमाने, धम्मिका प्रसाद और सलामी बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने के विकेट लेकर 27 टेस्ट में 12वीं बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया। इसके साथ ही अश्विन श्रीलंका में 17 विकेट लेकर हरभजन के 16 विकेट के रिकॉर्ड से भी आगे निकल गए। अश्विन ने इस सीरीज में चारों ही बार संगा को अपना शिकार बनाया। अश्विन ने टेस्ट में कुल 7 विकेट हासिल किए। इतने ही विकेट अमित मिश्रा के भी नाम रहे।
दरअसल अमित मिश्रा ने पहली पारी में 43 रन पर 4 विकेट लेकर जीत का दरवाजा खोला, तो दूसरी पारी में बल्लेबाजों ने अपना रोल अदा करके दबाव बनाया। तभी तो अश्विन और मिश्रा जैसे गेंदबाज मेजबान टीम को सिर्फ 43.4 ओवरों में 134 रन पर समेटने में कामयाब रहे।
स्पिनरों के दमखम के सहारे कप्तान विराट कोहली ने अपनी पहली टेस्ट जीत पर दस्तखत किए, तो आर अश्विन और अमित मिश्रा का रोल उसमें बेहद अहम रहा।
कप्तान विराट कोहली कहते हैं, " मुझे बल्लेबाजों के शतक बनाने से ज्यादा गेदबाजों का 20 विकेट लेना ज्यादा रास आता है। खासकर अश्विन जैसे गेंदबाज का होना किसी भी टीम के लिए बेहद खास है। अश्विन कमाल की सोच के साथ गेंदबाजी करते हैं। बल्लेबाज बाएं हाथ का हो या दाएं हाथ का, वह किसी भी बल्लेबाज को परेशान कर सकते हैं।"
विराट यह भी कहते हैं कि उनके गेंदबाजों ने पार्टनरशिप में गेंदबाज़ी की। जैसे कि ईशांत शर्मा ने एक सिरे से रन रोककर दबाव बनाए रखा, उन्होंने विकेट हासिल करने की जल्दबाजी नहीं दिखाई। वह अश्विन के लिए विकेटों की राह बनाते रहे।
अश्विन ने मैच के आखिरी दिन लहिरू थिरिमाने, धम्मिका प्रसाद और सलामी बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने के विकेट लेकर 27 टेस्ट में 12वीं बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया। इसके साथ ही अश्विन श्रीलंका में 17 विकेट लेकर हरभजन के 16 विकेट के रिकॉर्ड से भी आगे निकल गए। अश्विन ने इस सीरीज में चारों ही बार संगा को अपना शिकार बनाया। अश्विन ने टेस्ट में कुल 7 विकेट हासिल किए। इतने ही विकेट अमित मिश्रा के भी नाम रहे।
दरअसल अमित मिश्रा ने पहली पारी में 43 रन पर 4 विकेट लेकर जीत का दरवाजा खोला, तो दूसरी पारी में बल्लेबाजों ने अपना रोल अदा करके दबाव बनाया। तभी तो अश्विन और मिश्रा जैसे गेंदबाज मेजबान टीम को सिर्फ 43.4 ओवरों में 134 रन पर समेटने में कामयाब रहे।
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