रविवार को खत्म हुए Asia Cup 2023 की भारत की खिताबी जीत से ज्यादा चर्चे भारतीय पेसर मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) के हो रहे हैं. और आखिर हों भी क्यों न. इस पेसर की गेंदों से मैदान पर ऐसी सुनामी आई कि श्रीलंकाई बल्लेबाज पानी-पानी हो गए. यह सिराज का ही प्रदर्शन रहा कि पहली पाली खत्म होने से बहुत पहले ही फाइनल मुकाबला महज औपचारिकता भर में तब्दील हो गया. इस प्रदर्शन के बाद सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक सिराज सिराज का नाम गूंज रहा है. वैसे आपको बता दें कि अगर आज सिराज इस मुकाम तक पहुंचे हैं, तो उसके पीछे उनकी जिंदगी में आया बड़ा टर्निंग प्वाइंट रहा, जहां से उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई.चलिए आप इस टर्निंग प्वाइंट के साथ-साथ 5 प्वाइंट्स के जरिए सिराज की प्रोफाइल के बारे में जान लीजिए.
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1. हैदराबाद शहर में एक ऑटो-रिक्शा चालक के बेटे में मोहम्मद सिराज ने सात साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था. यह साल 2015 था, जब उन्होंने पहली बार हैदराबाद के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट (रणजी ट्रॉफी) खेलना शुरू किया.
2. अपने घरेलू सीजन के दूसरे ही सत्र में वह हैदराबाद के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में उभरकर सामने आए. सिराज ने साल 2016 में 9 मैचों में 41 विकेट चटकाए. इसके बाद उन्हें शेष भारत और भारत ए टीम टीम में चुना गया. साल 2017 में सिराज का चयन दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भी हुआ.
3. दो साल घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन का इनाम सिराज को मिला. और साल 2017 में उन्हें आईपीएल से 2.6 करोड़ का अनुबंध मिला. इसके कुछ महीने बाद ही सिराज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 मैच के जरिए अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज किया. लेकिन यहां से उनकी जिंदगी में सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट आया
4. यह साल 2020-21 में भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा था, जब उनकी जिंदगी में सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट आया. इस दौरे में एडिलेड टेस्ट में भारत को 8 विकेट से हार मिली, लेकिन मेलबर्न में जब प्रबंधन ने उन्हें टेस्ट कैप देने का मन बना लिया था, तो ऑस्ट्रेलिया में ही नवंबर के महीने में उन्हें पिता के निधन की खबर मिली. इस खबर ने सिराज को तोड़कर रख दिया. टीम प्रबंधन ने उन्हें भारत लौटने का विकल्प दे दिया था, लेकिन कप्तान विराट और रवि शास्त्री के समझाने पर सिराज ने ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने का फैसला किया. उन्होंने पहली पारी में दो और दूसरी पारी में तीन विकेट चटकाए. और यहां से फिर सिराज ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा
5. श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप के फाइनल में सिराज ने सुनामी लाते हुए छह विकेट चटकाए. और इस कारनामे के साथ ही कई बड़े रिकॉर्ड भी उन्होंने अपने नाम किए. सिराज एक ओवर में चार विकेट चटकाने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने, तो वहीं वह सबसे कम गेंदों में पांच विकेट लेने वाले संयुक्त रूप से दुनिया के पहले गेंदबाज बन गए. उनसे पहले यह कारनामा श्रीलंका के पूर्व पसर चामिंडा वास ने किया था.
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