India vs South Africa T20I Series, Rob Walter: टीम इंडिया ने चौथे और आखिरी टी20 मैच में 135 रन से जीत दर्ज की और 4 मैचों की सीरीज को 3-1 से अपने नाम की. इस हार पर दक्षिण अफ्रीका के सीमित ओवरों के कोच रॉब वाल्टर ने कहा कि हार के लिए कोई बहाना बनाने का फायदा नहीं, लेकिन हम रणनीतियों में बदलाव करेंगे और एक मजबूत प्लेइंग-11 तैयार करने की कोशिश करेंगे. वांडरर्स में चौथे टी20 मैच में दक्षिण अफ्रीका की 135 रन से करारी हार के बाद बोलते हुए वाल्टर ने टीम के प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली, लेकिन साथ ही युवा खिलाड़ियों को शीर्ष स्तर के क्रिकेट में मौका देने की रणनीति का बचाव भी किया.
वाल्टर ने कहा कि वरिष्ठ खिलाड़ियों को आराम देना और नए खिलाड़ियों को शामिल करना आवश्यक है, लेकिन इससे इन परिणाम को उचित नहीं ठहराया जा सकता. वाल्टर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,"हमें अभी भी बेहतर होने की जरूरत है, और इसकी शुरुआत टीम के मुख्य कोच के रूप में मुझसे होती है. बेंच स्ट्रैंथ बढ़ाने के लिए हमें युवा खिलाड़ियों को खिलाना पड़ता है, यहां तक कि अच्छी टीमों के खिलाफ बड़ी सीरीज में भी हमें उन्हें मौका देना होगाा. आखिरकार, यहीं से वे सबसे ज्यादा सीखेंगे, लेकिन यह एक संतुलन बनाने का काम है. इसका कोई सही या गलत तरीका नहीं है. हम इसे सही करने की कोशिश कर रहे हैं."
दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजी आक्रमण को आलोचना का सामना करना पड़ा, जिसने चार में से तीन मैचों में 200 से अधिक रन दिए. प्रमुख तेज गेंदबाजों कागिसो रबाडा (ब्रेक पर हैं), लुंगी एनगिडी (चोटिल), एनरिक नॉर्टजे और तबरेज शम्सी (दोनों अनुबंधित नहीं हैं लेकिन उपलब्ध हैं) के बिना, आक्रमण अनुभवहीन और कम तैयार दिखाई दिया.
मार्को जेनसन और गेराल्ड कोएत्जी चोट के कारण लंबे समय तक बाहर रहने के बाद लौटे, एंडिले सिमेलाने ने डेब्यू किया, नकाबा पीटर ने अपना पहला घरेलू अंतरराष्ट्रीय मैच खेला और लूथो सिपामला तीन साल बाद टीम में लौटे. सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी केशव महाराज को अनुभवहीन टीम को एकजुट करने में संघर्ष करना पड़ा.
बात अगर मैच की करें तो भारत ने संजू सैमसन और तिलक वर्मा की धमाकेदार नाबाद शतकीय पारियों की बदौलत शुक्रवार को चौथे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 138 रन से जीत हासिल कर सीरीज 3-1 से अपने नाम की. सैमसन (नाबाद 109) और वर्मा (नाबाद 120) के बीच दूसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 210 रन की अटूट साझेदारी से भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए एक विकेट पर 283 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया.
यह भारत का टी20 अंतरराष्ट्रीय में अब तक का विदेशी सरजमीं पर और दक्षिण अफ्रीकी धरती पर किसी भी देश द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर है. अर्शदीप सिंह (20 रन देकर तीन विकेट) के शानदार शुरूआती स्पैल की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने 10 रन पर चार विकेट गंवा दिये थे और फिर पूरी टीम 18.2 ओवर में 148 रन पर सिमट गई. मैच के दौरान कई रिकॉर्ड टूटे जिसमें सबसे खास रिकॉर्ड दो भारतीय बल्लेबाजों का एक ही टी20 अंतरराष्ट्रीय पारी में शतक जड़ना रहा. सैमसन और वर्मा ने दूसरे विकेट के लिए सिर्फ 93 गेंद में बनी 210 रन की साझेदारी भारत के लिए इस प्रारूप में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी भागीदारी भी रही.
दक्षिण अफ्रीका की शुरूआत ही काफी खराब हुई, उसने तीसरे ओवर में 10 रन पर चार विकेट खो दिये थे. इस विशाल स्कोर का पीछा करते हुए बल्लेबाजों का दबाव में आना लाजमी था. दक्षिण अफ्रीका ने पारी की तीसरी गेंद पर अपने सलामी बल्लेबाज रीजा हैंड्रिक्स का विकेट गंवाया जो अर्शदीप सिंह का पहला शिकार हुए. दूसरे ओवर में आल राउंडर हार्दिक पंड्या ने रेयान रिकेल्टन को पवेलियन भेज दिया.
दक्षिण अफ्रीका ने 10 रन के स्कोर पर ऐडन मार्करम और हेनरिच क्लासेन के विकेट गंवा दिये जिससे स्कोर 10 विकेट पर चार रन था. ऐसी शुरूआत के बाद दक्षिण अफ्रीकी पारी के जल्दी समाप्त होने की उम्मीद थी लेकिन टीम 18.2 ओवर तक खेलने में सफल रही। उसके लिए ट्रिस्टन स्टब्स ने 43 रन, डेविड मिलर ने 36 और मार्को यानसेन ने नाबाद 29 रन बनाये. भारत के लिए अर्शदीप के तीन विकेट के अलावा वरूण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने दो दो विकेट झटके.
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