
न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ मिली 3-0 से करारी हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने हार की ज़िम्मेदारी लेते हुए कहा कि वह एक कप्तान और एक बल्लेबाज़ के रूप में भी विफल साबित हुए. रोहित ने कहा कि इस हार को पचा पाना आसान नहीं है. बता दें, सीरीज के शुरुआती दो मैचों में हार के बाद भारतीय टीम को मुंबई में जीत के लिए 147 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन टीम इंडिया इसे भी हासिल नहीं कर पाई और 121 रनों पर ढेर हो गई. न्यूजीलैंड ने इस सीरीज का पहला मुकाबला 8 विकेट से जीता था, जबकि सीरीज का दूसरा मुकाबला न्यूजीलैंड ने 113 रन और आखिरी मैच 25 रन से जीता.
यह पहली बार है जब भारतीय टीम अपने घरेलू धरती पर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 0-3 से हारी हो. भारत के 92 सालों के क्रिकेट इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुआ था. ऐसे में भारत की शर्मनाक हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि हमने कई गलतिया की जिसे हमें स्वीकारना होगा.
रोहित ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,"इस तरह का प्रदर्शन मेरे करियर का सबसे बुरा दौर होगा और मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं." उन्होंने कहा कि घरेलू मैदान पर इस तरह से टेस्ट सीरीज गंवाने को ‘आसानी से पचाया' नहीं जा सकता है.
रोहित ने कहा,"सीरीज गंवाने की बात पचाना मुश्किल है. ज़ाहिर तौर पर एक टेस्ट हारना, सीरीज़ हारना कभी भी आसान नहीं रहता है. हमने अच्छी क्रिकेट नहीं खेली और हम इसे स्वीकार करते हैं. न्यूज़ीलैंड ने हमसे बहुत बेहतर क्रिकेट खेली. हमने काफी गलतियां की और हम सभी को इसे स्वीकारना होगा."
पहले दोनों मैच में भारत पहली पारी में एक बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर पाया. हालांकि मुंबई में भारत को पहली पारी में लीड मिली लेकिन दूसरी पारी में एक बार फिर भारतीय शीर्ष क्रम विफल साबित हुआ. इस पूरी सीरीज में शीर्ष चार से केवल चार अर्धशतक आए.
रोहित ने कहा,"हमने पहली पारी में स्कोरबोर्ड पर पर्याप्त रन नहीं बनाए, इसलिए हम मैच में पीछे थे. लेकिन यहां हमारे पास पहली पारी में लगभग 30 रनों की बढ़त थी और हमें लगा कि हम मैच में आगे हैं. यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता था, हम और बेहतर कर सकते थे."
रोहित ने इस सीरीज़ में बल्लेबाज़ी में भी निराश किया. बेंगलुरु में उनके बल्ले से सिर्फ़ एक अर्धशतक आया. हालांकि रोहित ने बताया कि एक बल्लेबाज़ के रूप में वो अपनी योजनाओं को अमली जामा पहनाने में असफल रहे. इसके साथ ही उन्होंने शुभमन गिल, ऋषभ पंत और वॉशिंगटन सुंदर की भी तारीफ़ की. रोहित ने कहा, "जब मैं बल्लेबाज़ी करने जाता हूं तो मेरे दिमाग में खास योजनाएं होती हैं, लेकिन इस सीरीज में परिणाम मेरे पक्ष में नहीं आया जो कि काफ़ी निराशाजनक है."
रोहित ने आगे कहा,"गिल, पंत और वॉशिंगटन, उन्होंने हमें बताया कि इस पिच पर कैसी बल्लेबाज़ी की जानी चाहिए. हम जानते हैं कि यहां कैसी बल्लेबाज़ी की जानी चाहिए लेकिन इस सीरीज में चीज़ें हमारे पक्ष में नहीं गईं. मैं कप्तानी और बल्लेबाज़ी दोनों में अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाया, जो मुझे परेशान करेगी. लेकिन हमने सामूहिक रूप से भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और यह सब हार के कारण बने."
अपनी बल्लेबाजी के बारे में विस्तार से बताते हुए कप्तान ने कहा कि वह अपने खेल की समीक्षा करेंगे. उन्होंने कहा,"मेरा डिफेंस. मैंने क्रीज पर बहुत ज्यादा देर तक नहीं खेला तो मैंने बहुत ज्यादा डिफेंड नहीं किया. मुझे इस पर गौर करने की जरूरत है. मैं अपनी टीम को अच्छी स्थिति में रखने की कोशिश करता हूं, लेकिन कभी कभार आप दूसरी तरफ हो जाते हैं."
रोहित ने कहा,"मुझे नहीं लगता कि मैंने अपने डिफेंस पर भरोसा खो दिया है. मैं स्वीकार करता हूं कि मैंने इस सीरीज में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की है. लेकिन सिर्फ दो सीरीज ही ऐसी रही हैं जिनमें मैंने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की है." उन्होंने कहा,"जैसे जैसे आप आगे बढ़ते हो, आप कोशिश करते हो और सुधार करने की कोशिश करते हो कि मैं और क्या कर सकता हूं. ऐसा भी हो सकता है कि आप ऐसा नहीं हो लेकिन मैं फिर से देखूंगा."
भारत को न्यूजीलैंड से यह शर्मनाक हार मिली जो श्रीलंकाई टीम से 0-2 से हारने के बाद यहां पहुंची थी और उसका स्टार बल्लेबाज केन विलियमसन भी चोट के कारण टीम में शामिल नहीं था. अब भारत को ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है जिसमें मेहमान टीम ने अपने पिछले दो दौरों में जीत हासिल की है.
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