
मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में खेला जा रहे पहले टेस्ट में अगर आज टीम इंडिया की जीत की आस जगी है, तो उसके पीछे सबसे बड़ी वजह कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) है, जिन्होंने मैच की दोनों पारियों में शतक बनाए, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने टेस्ट इतिहास के 148 सालों में वह कारनामा कर डाला, जो सर डॉन ब्रेडमैन भी नहीं कर सके थे. गिल ने दूसरी पारी में 161 रन बनाए. और इसके साथ ही वह टेस्ट इतिहास में किसी एक टेस्ट में दोहरा शतक के अलावा डेढ़ सौ से ऊपर से ऊपर की पारी खेलने वाले पहले बल्लेबाज बन गए. यह वह कारनामा है, जो पहले कभी भी टेस्ट इतिहास में किसी भी बल्लेबाज द्वारा नहीं ही किया गया.
इंग्लिश बॉलरों से जमकर खेले गिल!
बर्मिंघम में करुण नायर के आउट होने के बाद मैदान पर उतरे गिल ने शुरुआत में तुलनात्मक रूप से पारी को जमाने में समय लिया. लेकिन कुछ समय लेने के बाद गिल ने चार-पांच रन प्रति ओवर की दर से रन बनाना जारी रखा. लेकिन चायकाल से कुछ देर पहले से और बाद में आउट होने तक ऐसा लगा कि गिल मानो वनडे मैच खेल रहे थे. गिल इंग्लिश बॉलरों से खेल रहे थे. और ये आखिरी ओवरों में तेवर ही थे, जिससे गिल 162 गेंदों पर 16 चौके और 8 छक्कों से 161 रन बनाए. भारतीय कप्तान ने 99.38 रन के स्ट्राइक-रेट से रन बनाए.
गिल की पारियों का असर आप इस रिकॉर्ड से समझें..
यह बर्मिंघम में गिल के दोनों पारियों में मिलाकर बनाए गए 440 रनों का ही असर रहा कि भारत टेस्ट इतिहास में किसी एक मैच में दोनों पारियों को मिलाकर सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में चौथे नंबर पर आ गया. आप एक टेस्ट में समग्र रूप से एक हजार रन वाले देशों के बारे में जान लीजिए कि उन्होंने कब-कब यह कारनामा किया
कुल रन टीम बनाम साल
1121 इंग्लैंड विंडीज 1930 (किंगस्टन)
1078 पाकिस्तान भारत 2006 (फैसलाबाद)
1028 ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड 1934 (ओवल)
1014 भारत इंग्लैंड 2025 (एजबस्टन)
1013 ऑस्ट्रेलिया विंडीज 1969 (सिडनी)
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