नई दिल्ली:
खेलों में राजनीतिक लोगों की बढ़ती घुसपैठ की बात करते हुए पूर्व क्रिकेटर और सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि बीसीसीआई के हालात भी भारतीय ओलिंपिक संघ की तरह ना हो जाए।
कीर्ति आजाद ने एक समारोह के बाद कहा, ‘‘बीसीसीआई में जिस तरह राजनीतिक छवि वालों लोगों का दखल बढ़ता जा रहा है। उससे ऐसा लगता है कि इस संगठन की हालत भी भारतीय ओलिंपिक संघ की तरह ना हो जाए।’’
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को क्रिकेट की गेंद और बल्ले का नाप तक नहीं पता है, वे लोग क्रिकेट का भविष्य तय कर रहे हैं। क्रिकेट की लोकप्रियता और इसमें बढ़ते धन के कारण राजनीतिक एवं प्रशासनिक छवि वाले लोगों का प्रवेश हो रहा है। इसके कारण ही भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।
उन्होंने दावा किया कि डीडीसीए में 250 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच चल रही है। यह क्रिकेट के भविष्य के लिए उचित नहीं है। आजाद ने 1983 के विश्व कप को याद करते हुए कहा कि जब टीम भारत लौटी थी तो बीसीसीआई विश्वकप विजेताओं को पांच-पांच हजार रुपये दे रहा था। बाद में लता मंगेशकर नाइट के जरिये धन एकत्र करके एक-एक लाख रुपये दिए गए।
कीर्ति आजाद ने एक समारोह के बाद कहा, ‘‘बीसीसीआई में जिस तरह राजनीतिक छवि वालों लोगों का दखल बढ़ता जा रहा है। उससे ऐसा लगता है कि इस संगठन की हालत भी भारतीय ओलिंपिक संघ की तरह ना हो जाए।’’
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को क्रिकेट की गेंद और बल्ले का नाप तक नहीं पता है, वे लोग क्रिकेट का भविष्य तय कर रहे हैं। क्रिकेट की लोकप्रियता और इसमें बढ़ते धन के कारण राजनीतिक एवं प्रशासनिक छवि वाले लोगों का प्रवेश हो रहा है। इसके कारण ही भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।
उन्होंने दावा किया कि डीडीसीए में 250 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच चल रही है। यह क्रिकेट के भविष्य के लिए उचित नहीं है। आजाद ने 1983 के विश्व कप को याद करते हुए कहा कि जब टीम भारत लौटी थी तो बीसीसीआई विश्वकप विजेताओं को पांच-पांच हजार रुपये दे रहा था। बाद में लता मंगेशकर नाइट के जरिये धन एकत्र करके एक-एक लाख रुपये दिए गए।
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