प्रतीकात्मक तस्वीर
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने मेरठ छावनी इलाके से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक एजेंट को गिरफ्तार किया। उसके पास से भारतीय सेना से जुड़े संवेदनशील दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
एसटीएफ के महानिरीक्षक सुजीत पाण्डेय ने संवाददाताओं को बताया कि मोहम्मद ऐजाज उर्फ मोहम्मद कलाम इस्लामाबाद में इरफानाबाद के तरामादी चौक का रहने वाला है। उसे एसटीएफ टीम ने मेरठ छावनी में उस समय पकड़ा, जब वह दिल्ली जाने की फिराक में था। उन्होंने बताया कि पकड़े गए एजेंट के पास से भारतीय सेना से जुड़े दस्तावेज, पाकिस्तानी पहचान पत्र, पश्चिम बंगाल की फर्जी वोटर आईडी, बरेली के पते का फर्जी आधार कार्ड, दिल्ली मेट्रो का कार्ड और लैपटॉप बरामद किया गया।
पाण्डेय ने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि आईएसआई का एक एजेंट बांग्लादेश के रास्ते पश्चिमी उत्तर प्रदेश आया है। खुफिया सूचना एकत्र की गयी और एजेंट को पकड़ लिया गया। पूछताछ के दौरान एजेंट ने बताया कि 2012 में वह आईएसआई के संपर्क में आया। आईएसआई ने उसे प्रशिक्षण दिया और भारत भेज दिया। उसे भारतीय सेना से जुड़ी जानकारी भेजने का जिम्मा सौंपा गया था।
उसने बताया है कि भारत में उसने संवेदनशील सूचनाएं एकत्र करने के लिए फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी शुरू की। आईएसआई ऐजाज को अब तक 5.8 लाख रुपये दे चुकी है। उसके परिवार को पाकिस्तान में 50 हजार रुपये मासिक दिया जाता है। ऐजाज के खिलाफ मेरठ के सदर बाजार थाने में मामला दर्ज किया गया है।
एसटीएफ के महानिरीक्षक सुजीत पाण्डेय ने संवाददाताओं को बताया कि मोहम्मद ऐजाज उर्फ मोहम्मद कलाम इस्लामाबाद में इरफानाबाद के तरामादी चौक का रहने वाला है। उसे एसटीएफ टीम ने मेरठ छावनी में उस समय पकड़ा, जब वह दिल्ली जाने की फिराक में था। उन्होंने बताया कि पकड़े गए एजेंट के पास से भारतीय सेना से जुड़े दस्तावेज, पाकिस्तानी पहचान पत्र, पश्चिम बंगाल की फर्जी वोटर आईडी, बरेली के पते का फर्जी आधार कार्ड, दिल्ली मेट्रो का कार्ड और लैपटॉप बरामद किया गया।
पाण्डेय ने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि आईएसआई का एक एजेंट बांग्लादेश के रास्ते पश्चिमी उत्तर प्रदेश आया है। खुफिया सूचना एकत्र की गयी और एजेंट को पकड़ लिया गया। पूछताछ के दौरान एजेंट ने बताया कि 2012 में वह आईएसआई के संपर्क में आया। आईएसआई ने उसे प्रशिक्षण दिया और भारत भेज दिया। उसे भारतीय सेना से जुड़ी जानकारी भेजने का जिम्मा सौंपा गया था।
उसने बताया है कि भारत में उसने संवेदनशील सूचनाएं एकत्र करने के लिए फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी शुरू की। आईएसआई ऐजाज को अब तक 5.8 लाख रुपये दे चुकी है। उसके परिवार को पाकिस्तान में 50 हजार रुपये मासिक दिया जाता है। ऐजाज के खिलाफ मेरठ के सदर बाजार थाने में मामला दर्ज किया गया है।
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