दिन शुरू हुआ बस स्टॉप से, जहां से टू व्हीलर गाड़ी उठाई और निकल चली Anjuna Beach की ओर. देखने में खूबसूरत, कम भीड़भाड़ वाला. फिर अपना कोना ढूंढा और समुद्र की लहरों को तब तक निहारा जब तक आंखें थक न गईं. अगला स्पॉट Burger Factory जो कि अंजूना बीच से कुछ 2-4 किलोमीटर की दूरी पर है. खूबसूरत एंबीयंस के साथ लाजबाव बर्गर्स और उससे भी बेहतीन वेट्रेस, जो मुझे अकेले खाते देख कंपनी देने आ गई.
पेट-पूजा करने के बाद अगला स्पॉट Chapora Fort था, जो खासतौर पर फिल्म ‘दिल चाहता है’ की वजह से ज्यादा मशहूर है. धूप तगड़ी थी, लेकिन किस्मत ने साथ दिया और एक ऐसा खाली स्पॉट मिला, जहां से दो बीच के नजारों को साफ देखा जा सकता है. यहां पहुंचने के बाद लगा कि सोलो सफल हो गया.
चापोरा से ही Vagator Beach को निहार रही थी. वहां पहुंची तो नजारा और भी खूबसूरत था. लगभग खाली बीच, लहरों से खेलते लोग, मौज-मस्ती करते कपल और ढलने को तैयार सूरज. कुछ देर और रूकना चाहती थी, लेकिन सुना था कि सनसेट Baga Beach का बेस्ट है. फिर गाड़ी उठाई और निकल पड़ी. पर बागा बीच पर इतनी भीड़ थी कि पांच मिनट में ही बाहर लौट आई.
फिर सोचा Aguada Fort से ढलते हुए सूरज को देखूं, लेकिन वो भी नसीब न हुआ. आखिरकार अपने आखिरी बीच Sinquerium Beach पर जा थमकी. सूरज ढल चुका था, लेकिन थोड़ी रोशनी बाकी थी. आंखें भर कर समुंद्र को ताड़ा, पानी में खेला. जब तब अंधेरा न हुआ, तब तक लहरों के आगे-पीछे बच्चों की तरह दौड़ती-भागती रही और फिर मिलने का वादा करके टाटा-बाई कह दिया और इसी के साथ मेरा एक दिन का Solo Trip खत्म हुआ..
नजारे जितने खूबसूरत थे, रास्ता उतना आसान नहीं था. गूगल आंटी के साथ, लोगों ने भी गलत रास्ते बताए. सनसेट के लालच में एक प्वाइंट से दूसरे तक भटकना भी पड़ा और लेट होने की वजह से Aguada Fort में एंट्री भी नहीं मिली (5.30 के बाद एंट्री बंद हो जाती है). फिर भी ये बेशक मेरी लाइफ का 'वन ऑफ द बेस्ट डे' बना. शायद ये मेरा पहला और आखिरी सोलो था, आगे होगा या नहीं खबर नहीं. लेकिन इसकी यादें मुझमें कॉन्फिडेंस भरती रहेंगी...
लड़कों के लिए सोला ट्रिप करना आसान है, लेकिन एक दिन अकेले घूम कर लगा कि लड़कियों के लिए भी ज्यादा मुश्किल नहीं. बस जरुरत है थोड़ा सतर्क होने की. यदि घूमने के शौकीन हैं तो एक न एक बार सोलो ट्रिप पर जरूर जाएं. ऐसा नहीं कि दोस्तों या परिवार के साथ मजा नहीं आता, लेकिन अकेले घूमने पर खुद को बेहतर तरीके से समझने का मौका मिलता है. सोचिए पूरे ट्रिप में आपको रोकने, टोकने या राहें दिखाने वाला कोई नहीं हो तो, मन-मर्जी से जिस बहाव में बहना चाहें बह सकते हैं.
नोट: लड़की हूं, ऊपर से घरवाले बहुत प्यार भी करते हैं.. इसलिए लाइव लोकेशन की मदद से उन्होंने मुझे ट्रेक किया, लेकिन तंग बिल्कुल भी नहीं. स्पेशल थैंक्स टू 15 बार गोवा दर्शन कर चुके मेरे #TravelGuru का, जिन्होंने मुझे 15-16 घंटे लगातार ट्रेस करने के साथ-साथ हर अच्छे से अच्छे स्पॉट्स बताए...
(पूजा साहू Khabar.NDTV.com में सीनियर सब एडिटर हैं...)
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति NDTV उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार NDTV के नहीं हैं, तथा NDTV उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है.