
फाइल फोटो
पटना:
बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने किसी को भी मुख्यमंत्री के तौर पर पेश नहीं किया है। हालांकि चुनाव में इसके सहयोगी जीतन राम मांझी ने साफ किया है कि यदि कहा गया तो वे राज्य के शीर्ष यानी मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी निभाने को तैयार हैं। मांझी को इसी वर्ष की शुरुआत में बिहार के सीएम पद से बेदखल कर दिया गया था और नीतीश ने फिर से राज्य की कमान संभाली थी।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मांझी बोले, 'मैंने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा कभी जाहिर नहीं की और न ही मैंने खुद को सीएम पद का दावेदार घोषित किया है, लेकिन यदि ऐसी स्थिति आई कि लोगों ने मुझे अपने नेता के रूप में चाहा तो मैं इस जिम्मेदारी को संभालने से पीछे नहीं हटूंगा।'
'हम' का गठन किया था
नीतीश की ओर से जेडीयू से निकाले जाने और मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद मांझी ने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) का गठन किया था। पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव में जेडीयू के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेने वाले नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद महादलित मांझी को बिहार का सीएम बनाया गया था। बाद में बदले घटनाक्रम के तह इस साल मार्च में उन्होंने नीतीश के लिए 'रास्ता' बनाने से इनकार कर दिया था। परिणामस्वरूप मांझी को सीएम पद से हटा दिया गया था। बिहार विधानसभा से पहले मांझी ने बीजेपी के साथ मिलाया था।
'नीतीश सरकार फिर नहीं आने वाली'
मांझी ने कहा, 'नीतीश की सरकार फिर से नहीं आने वाली। नीतीश के वर्ष 2013 में बीजेपी से अलग होने के बाद से राज्य में अपराध, लूट और किसानों की आत्महत्या के मामले बढ़े हैं। यदि बिहार में जंगल राज की वापसी हुई तो यह राज्य के लिए काला दिन होगा।'
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मांझी बोले, 'मैंने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा कभी जाहिर नहीं की और न ही मैंने खुद को सीएम पद का दावेदार घोषित किया है, लेकिन यदि ऐसी स्थिति आई कि लोगों ने मुझे अपने नेता के रूप में चाहा तो मैं इस जिम्मेदारी को संभालने से पीछे नहीं हटूंगा।'
'हम' का गठन किया था
नीतीश की ओर से जेडीयू से निकाले जाने और मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद मांझी ने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) का गठन किया था। पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव में जेडीयू के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेने वाले नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद महादलित मांझी को बिहार का सीएम बनाया गया था। बाद में बदले घटनाक्रम के तह इस साल मार्च में उन्होंने नीतीश के लिए 'रास्ता' बनाने से इनकार कर दिया था। परिणामस्वरूप मांझी को सीएम पद से हटा दिया गया था। बिहार विधानसभा से पहले मांझी ने बीजेपी के साथ मिलाया था।
'नीतीश सरकार फिर नहीं आने वाली'
मांझी ने कहा, 'नीतीश की सरकार फिर से नहीं आने वाली। नीतीश के वर्ष 2013 में बीजेपी से अलग होने के बाद से राज्य में अपराध, लूट और किसानों की आत्महत्या के मामले बढ़े हैं। यदि बिहार में जंगल राज की वापसी हुई तो यह राज्य के लिए काला दिन होगा।'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
एनडीए, जीतन राम मांझी, जेडीयू, नीतीश कुमार, बिहार चुनाव 2015., NDA, Jitan Ram Manjhi, JDU, Nitish Kumar, Bihar Election 2015