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आभासी दुनिया में खोए बच्चों को वास्तविक दुनिया में लाने के कुछ उपाय
बच्चों को डिजिटल मीडिया के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए पैरेंट्स को खुद भी त्याग करना होगा. उन्हें बच्चों के सामने फोन इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि बच्चा सब कुछ अपने पैरेंट्स को देखकर ही सीखता है.
- नवंबर 19, 2024 18:57 pm IST
- हिमांशु जोशी
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उत्तराखंड का 'मांझी' महावीर, जिसने पहाड़ों को काटा नहीं और भी ऊंचा कर डाला
महावीर रवांल्टा से प्रेरणा लेकर अब रवांई क्षेत्र के लगभग तीस युवा रवांल्टी भाषा में लिख रहे हैं. 'रवांल्टी कविता विशेषांक' में इनमें से कुछ युवाओं की कविताएं भी प्रकाशित हुई हैं.
- नवंबर 20, 2024 12:49 pm IST
- हिमांशु जोशी
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उत्तराखंड का स्थापना दिवस : आज किन स्थितियों में है यह राज्य
उत्तराखंड का आज 25वां स्थापना दिवस है और इस अवसर पर हमने राज्य की वर्तमान स्थिति जानने के लिए प्रदेश के भौगोलिक, सामाजिक, राजनीतिक घटनाक्रमों पर करीब से नजर रखने वाले कुछ लोगों से बातचीत की.
- नवंबर 09, 2024 22:20 pm IST
- हिमांशु जोशी
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नवरात्रों की शुरुआत में आधुनिक नारी शक्ति की कहानी
2006 में पिता की मृत्यु के बाद अनुपमा और उनके बड़े भाई- बहन ने अपनी दुकान पर कला से जुड़ा काम शुरु किया. अनुपमा के भाई कहते हैं कि मैंने अपनी बहन की शादी में पांच छह लाख रुपए खर्च किए थे पर कुछ ही समय बाद अनुपमा वहां से परेशान होकर घर वापस आ गई.
- अक्टूबर 05, 2024 07:58 am IST
- हिमांशु जोशी
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US में 8 लाख लोगों की भाषा, केन्या के रेडियो में बजते हिंदुस्तानी गाने... दुनिया में यूं बड़ी हो रही हिंदी की 'बिंदी'
अमेरिका में हिंदी ग्याहरवीं सबसे मशहूर विदेशी भाषा है. भारतीय भाषाओं में इसे अमेरिका में सबसे ज्यादा लगभग 8 लाख लोगों द्वारा बोला जाता है. हिंदी बोलने वाले भारतीयों में यहां अधिकतर विद्यार्थी, शिक्षक, डॉक्टर और सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.
- सितंबर 19, 2024 22:03 pm IST
- हिमांशु जोशी
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हरिद्वार में फ्लाईओवरों के नीचे एक समानांतर दुनिया
आजकल कांवड़ियों और उनके मार्ग में पड़ रहे दुकानदारों पर सबका ध्यान है, लेकिन हरिद्वार के फ्लाईओवरों, पुलों के नीचे रह रहे बेघरों के साथ घाटों पर शिवभक्तों से जुड़े सामान बेचने वालों की किसी को सुध नहीं है.
- जुलाई 25, 2024 09:34 am IST
- हिमांशु जोशी
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अस्कोट- आराकोट यात्रा 2024 : घोड़ों की लीद और साड़ियों के बोझ तले घुट रहा यमुनोत्री का दम
"मैंने घोड़ों को लीद करते देखा और उसको देख मुझे यह समझ नहीं आया कि इस गंदगी का सही निस्तारण कैसे किया जाता होगा, क्योंकि वहां उसके लिए कोई डस्टबिन या उसे अलग से इकट्ठा करने की जगह नही थी."
- जुलाई 06, 2024 07:33 am IST
- हिमांशु जोशी
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विश्व पुस्तक दिवस : किताबों से दूर मोबाइल के पास टीनएजर्स
एक घटना का जिक्र करते आभा कहती हैं कि हाल ही में उन्हें एक लड़की मिली जो हाथ में चाकू पकड़े रहते थी, उसकी टीचर ने बताया कि वह बहुत गुस्सेल है और बिल्कुल भी सामाजिक नहीं है. उसके पापा ने कहा कि उनकी पत्नी नहीं है इसलिए उनकी बेटी स्कूल से बाकी वक्त में जब घर रहती है तो वह उसे मोबाइल देकर काम पर रहते हैं.
- अप्रैल 24, 2024 09:34 am IST
- Written by: Himanshu Joshi, Payal Gupta
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लोकसभा चुनाव में आधी आबादी पर फोकस, जरूर देखें महिला शक्ति पर बनी शॉर्ट फिल्म 'जूती'
नेशनल अवॉर्ड विजेता निर्देशक शालिनी शाह (National Award winning director Shalini Shah) इन दिनों अपनी फिल्म 'समोसा एंड सन्स' को लेकर चर्चा में हैं पर लगभग छह साल पहले उन्होंने शॉर्ट फिल्म 'जूती' बनाई थी.
- अप्रैल 23, 2024 21:41 pm IST
- Reported by: Himanshu Joshi
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पुस्तक समीक्षा: बीवी कैसी होनी चाहिए, सामाजिक बुराइयों को सामने लाती एक किताब
मुहम्मद अली रूदौलवी द्वारा लिखे इन कहानियों और पत्रों का सम्पादन एवं संकलन शुऐब शाहिद द्वारा किया गया है. विक्रम नायक द्वारा तैयार किताब का आवरण चित्र, किताब के नाम की तरह ही रोचक है.
- अप्रैल 09, 2024 08:40 am IST
- Written by: Himanshu Joshi
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पुस्तक समीक्षा : एक सभ्यता डूब जाने का हाल बताती 'टिहरी की जल समाधि एक दस्तावेज'
'टिहरी की जल समाधि एक दस्तावेज' महिपाल नेगी की लिखी किताब है और यह समय साक्ष्य प्रकाशन से प्रकाशित होकर आई है.
- अप्रैल 09, 2024 08:40 am IST
- Written by: Himanshu Joshi
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पुस्तक समीक्षा : दिल्ली के उजड़ने से पहले का दस्तावेज़ है 'दिल्ली के चटख़ारे'
रेख्ता बुक्स और राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित किताब 'दिल्ली के चटख़ारे' के लेखक शाहिद अहमद देहलवी हैं और इस किताब का संकलन एवं संपादन शुऐब शाहिद द्वारा किया गया है.
- अप्रैल 04, 2024 09:39 am IST
- Written by: Himanshu Joshi, Edited by: विवेक रस्तोगी
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नदी सिंदूरी: पीछे छूटे गांव को शब्दों से खींचते शिरीष खरे
'एक देश बारह दुनिया' किताब से चर्चा में आए लेखक शिरीष खरे की 'नदी सिंदूरी' आपको गांव के रहन सहन से वाकिफ कराती जाएगी. सिंदूरी नदी के किनारे बसे गांव मदनपुर की कहानियों को सामने लाते शिरीष खरे हमें अवधेश, बसंत, खूंटा जैसे किरदारों के पास ले जाते हैं. गांव में जातिवाद के मकड़जाल को शिरीष कुछ इस तरह लिखते हैं कि दलित बसंत एक दिन गांव का हीरो है तो एक दिन ऊंची जाति के लोगों के सामने सर उठाने की वजह से वो अधमरा है. खुद के किशोर जीवन की कहानी शिरीष ने जिस तरह लिखी है उससे एक किशोर मन में चल रही उथल पुथल से भी पाठक परिचित होते जाते हैं.
- अप्रैल 04, 2024 00:53 am IST
- हिमांशु जोशी
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होली का ये भी रंग, संस्कृति को सहेजता नैनीताल
कुमाऊं में होली के दो प्रचलित स्वरूप पर 'रंग डारि दियौ हो अलबेलिन में' नाम की किताब में विश्वम्भर नाथ साह 'सखा' लिखते हैं कुमाऊं में होली के दो प्रचलित स्वरूप हैं, एक ग्रामीण अंचल की होली, जिसे खड़ी होली कहते हैं. दूसरी नागर होली, जिसे शहरी क्षेत्रों में बैठ होली कहते हैं.
- मार्च 25, 2024 10:08 am IST
- हिमांशु जोशी
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पढ़ें, देखें और सीखें, एक लघुकथा का फिल्म बन जाना
सोशल मीडिया, इंटरनेट तक आसान पहुंच और मोबाइल ने आज फिल्ममेकर्स के लिए फिल्म बनाना आसान कर दिया है, अगर कंटेंट में दम हो तो उसे दर्शक मिल ही जाते हैं. मध्य प्रदेश के डिजिटल क्रेटर पलाश राइकवार ने लेखक अनुराग शर्मा की लघुकथा 'पागल' को एक शॉर्ट फिल्म का रूप दे दिया है.
- मार्च 20, 2024 12:43 pm IST
- Written by: Himanshu Joshi, Payal Gupta