मध्य प्रदेश के रीवा की कलेक्टर (Rewa Collector) प्रीति मैथिल नायक का एक कथित वीडियो वायरल हुआ है. इस वीडियो में वह कहती सुनाई पड़ रही हैं, 'स्ट्रांग रूम में कोई दिखे तो उसे गोली मार देना'. अब वीडियो सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांता राव ने रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने कहा कि ‘हमें इसकी जानकारी मिली है और इस बाबत संबंधित अधिकारी से रिपोर्ट तलब की गयी है. रिपोर्ट आने के बाद इसे भारत निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा'.आपको बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए 28 नवंबर को हुए मतदान के बाद स्ट्रांग रूमों में रखी गई ईवीएम मशीनों की सुरक्षा को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा सवाल उठाये हैं. इसी मामले में रीवा कलेक्टर प्रीति एक वीडियो में ये कहती दिखाई दे रही हैं कि 'स्ट्रांग रूम में कोई दिखे तो उसे गोली मार देना'. यह चुनाव तो मेरे लिए मामूली है. इस फिजूल के चक्कर में 25 साल की साख खराब नहीं करूंगी.
EVM से छेड़छाड़ का डर, कांग्रेस नेताओं ने भोपाल में स्ट्रांग रूम के बाहर लगाया टेंट, कर रहे रतजगा
वीडियो में कलेक्टर अपने पीछे चल रहे सुरक्षा बलों व अधिकारी को वह कहती हैं कि ‘यहां कोई नहीं आ सकता, अगर कोई आये तो गोली मार देना''. वीडियो में दिख रहा है कि इस दौरान वह रीवा के स्ट्रांग रूम के पास प्रत्याशियों के साथ थी. अब उनसे रिपोर्ट तलब कर ली गई है. दूसरी तरफ, विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों के बीच मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांता राव ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में बने स्ट्रांग रूमों में सभी ईवीएम मशीनें सुरक्षित हैं और इन्हें तीन स्तरीय सुरक्षा एवं सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा गया है. उन्होंने कहा, 'सभी ईवीएम सुरक्षित हैं और उन्हें डबल लॉक में रखा गया है. इन्हें सील एवं पूरी सुरक्षा में रखा गया है और इनके लिए तीन स्तरीय सुरक्षा होती है, जिसमें केन्द्रीय सुरक्षा बल, स्टेट आर्म्स फोर्स एवं स्थानीय पुलिस शामिल हैं. इसके अलावा, वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं, ताकि पता चल सके वहां कौन-कौन आ रहे हैं'.
'भोपाल के जिस स्ट्रांग रूम में मतदान के बाद रखी गई थीं ईवीएम मशीनें, वहां बंद हो गए थे सीसीटीवी कैमरे'
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांता राव ने कहा, 'सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत किसी को भी वहां मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं है. कलेक्टर पर भी यह लागू होता है'. सागर एवं खरगौन सहित कुछ स्थानों पर ईवीएम मशीनों के देरी से पहुंचाने के मामले में उठे सवालों पर उन्होंने कहा, ‘वे ईवीएम मशीनें रिजर्व वाली थी और उनका उपयोग मतदान में नहीं किया गया. हमनें प्रत्याशियों को मतदान में उपयोग की जाने वाली ईवीएम का सीरियल नंबर पहले ही दे दिया था और इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट सौंप दी है'. उन्होंने कहा कि जिन मशीनों का मतदान में उपयोग नहीं किया गया, उन्हें अलग गोदाम में रखा गया है. वहां भी सुरक्षा बल तैनात हैं. उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीनों के देरी से पहुंचने सहित विभिन्न शिकायतों पर तीन कर्मचारियों को निलंबित किया गया है और 10 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. (इनपुट- भाषा से भी)
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