
सपा के स्टार प्रचारकों में मुलायम सिंह यादव का नाम शामिल है, लेकिन शिवपाल इस सूची में नहीं हैं (फाइल फोटो)
लखनऊ:
समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव कभी स्टार कैंपेनर की सूची बनाने वालों में हुआ करते होंगे, लेकिन अब पार्टी के चुनाव प्रचार करने वालों की लिस्ट से बाहर हैं. यूपी विधानसभा चुनावों के लिए सपा ने मंगलवार को स्टार प्रचारकों की जो सूची जारी की है, उसमें शिवपाल यादव का नाम नहीं है. सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने मंगलवार को यह लिस्ट जारी की, जिसमें मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, आजम खान और जया बच्चन समेत 40 नेताओं के नाम हैं. यहां तक कि समाजवादी युवजन सभा और मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड जैसी पार्टी की युवा शाखा के नाम भी इस सूची में शामिल हैं, लेकिन शिवपाल यादव का नाम नदारद है.
स्टार प्रचारक आम तौर पर पार्टी के सबसे बड़े नेता और भीड़ जुटाने वाले नेता होते हैं. फर्क ये भी है कि स्टार प्रचारकों के आने जाने और बाकी खर्चे उम्मीदवार के खाते में नहीं डाले जाते, लेकिन शिवपाल का इस फेहरिस्त में नहीं होना कई सवाल खड़े कर रहा है.
पिछले हफ्ते पिता और पुत्र के बीच सुलह के संकेतों के बीच मुलायम ने अपने 38 समर्थकों की सूची मुख्यमंत्री को सौंपी थी. सूत्रों के मुताबिक उस वक्त सूची में शिवपाल यादव का नाम नहीं था और उनकी जगह उनके बेटे आदित्य को सूची में जगह दी गई थी. लेकिन शाम को मुलायम सिंह ने तब्दीली करते हुए उसमें शिवपाल यादव का नाम भी जोड़ दिया.
समाजवादी पार्टी ने शिवपाल यादव को इटावा की जसवंत नगर सीट से उम्मीदवार बनाया है.
मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर से अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की. उन्होंने चुनावी रैली में कहा कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने पिछली बार जो घोषणापत्र बनाया था, उसे उनकी सरकार ने पूरी तरह लागू किया है. इस बार के घोषणापत्र में राज्य और देश को आगे ले जाने वाली जरूरी चीजों को शामिल किया गया है. समाजवादियों की कथनी और करनी में कोई भेद नहीं है. जनता ने मन बना लिया है, अगर कोई जीतेगा तो ‘साइकिल’ (सपा का चुनाव निशान) वाला ही जीतेगा.
(पढ़ें : 'क्या मैं कभी अपने बेटे से इतना नाराज हो सकता हूं': पिता-पुत्र विवाद पर बोले अखिलेश यादव)
अखिलेश ने अपने परिवार में हाल में हुए झगड़े का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा, 'हमने बहुत लड़ाई लड़ी. तमाम तरह की लड़ाई लड़ी. आपने अखबारों में बहुत सी खबरें और कहानियां पढ़ी होंगी, लेकिन जो कुछ संघर्ष हुआ, वह आपके (जनता) लिए किया गया.' अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार ने 55 लाख महिलाओं को समाजवादी पेंशन से जोड़ा. आने वाले समय में सभी गरीब महिलाओं को पेंशन योजना से जोड़ा जाएगा और एक करोड़ गरीब महिलाओं को एक-एक हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी. आने वाले समय में शहरों के साथ-साथ गांवों में भी 24 घंटे बिजली मिलेगी.
गौरतलब है कि रविवार को सपा के चुनाव घोषणापत्र जारी किए जाने के मौके पर मुलायम सिंह यादव नहीं पहुंचे थे. उनके लिए बीच में प्रमुख स्थान पर कुर्सी लगाई गई थी. इस मौके पर अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ मंत्री आजम खान भी मौजूद थे. आजम कार्यक्रम के बीच में ही मुलायम को लेने के लिए निकले थे, लेकिन तमाम इंतजार के बावजूद मुलायम कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे.
(इनपुट एजेंसी से)
स्टार प्रचारक आम तौर पर पार्टी के सबसे बड़े नेता और भीड़ जुटाने वाले नेता होते हैं. फर्क ये भी है कि स्टार प्रचारकों के आने जाने और बाकी खर्चे उम्मीदवार के खाते में नहीं डाले जाते, लेकिन शिवपाल का इस फेहरिस्त में नहीं होना कई सवाल खड़े कर रहा है.
पिछले हफ्ते पिता और पुत्र के बीच सुलह के संकेतों के बीच मुलायम ने अपने 38 समर्थकों की सूची मुख्यमंत्री को सौंपी थी. सूत्रों के मुताबिक उस वक्त सूची में शिवपाल यादव का नाम नहीं था और उनकी जगह उनके बेटे आदित्य को सूची में जगह दी गई थी. लेकिन शाम को मुलायम सिंह ने तब्दीली करते हुए उसमें शिवपाल यादव का नाम भी जोड़ दिया.
समाजवादी पार्टी ने शिवपाल यादव को इटावा की जसवंत नगर सीट से उम्मीदवार बनाया है.
मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर से अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की. उन्होंने चुनावी रैली में कहा कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने पिछली बार जो घोषणापत्र बनाया था, उसे उनकी सरकार ने पूरी तरह लागू किया है. इस बार के घोषणापत्र में राज्य और देश को आगे ले जाने वाली जरूरी चीजों को शामिल किया गया है. समाजवादियों की कथनी और करनी में कोई भेद नहीं है. जनता ने मन बना लिया है, अगर कोई जीतेगा तो ‘साइकिल’ (सपा का चुनाव निशान) वाला ही जीतेगा.
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अखिलेश ने अपने परिवार में हाल में हुए झगड़े का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा, 'हमने बहुत लड़ाई लड़ी. तमाम तरह की लड़ाई लड़ी. आपने अखबारों में बहुत सी खबरें और कहानियां पढ़ी होंगी, लेकिन जो कुछ संघर्ष हुआ, वह आपके (जनता) लिए किया गया.' अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार ने 55 लाख महिलाओं को समाजवादी पेंशन से जोड़ा. आने वाले समय में सभी गरीब महिलाओं को पेंशन योजना से जोड़ा जाएगा और एक करोड़ गरीब महिलाओं को एक-एक हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी. आने वाले समय में शहरों के साथ-साथ गांवों में भी 24 घंटे बिजली मिलेगी.
गौरतलब है कि रविवार को सपा के चुनाव घोषणापत्र जारी किए जाने के मौके पर मुलायम सिंह यादव नहीं पहुंचे थे. उनके लिए बीच में प्रमुख स्थान पर कुर्सी लगाई गई थी. इस मौके पर अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ मंत्री आजम खान भी मौजूद थे. आजम कार्यक्रम के बीच में ही मुलायम को लेने के लिए निकले थे, लेकिन तमाम इंतजार के बावजूद मुलायम कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे.
(इनपुट एजेंसी से)
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