पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सर्वानंद सोनोवाल (फाइल फोटो)
गुवाहाटी:
असम विधानसभा के चुनाव परिणाम में आए शुरुआती रुझान बीजेपी के लिए उत्साह से भरे हैं। राज्य की सभी 126 सीटों के रुझान/परिणाम सामने आ गए हैं। इनमें बीजेपी गठबंधन 86 पर बढ़त बनाए हुए है जबकि तरुण गोगोई के नेतृत्व वाली कांग्रेस को केवल 24 सीटों पर बढ़त मिली है। एआईयूडीएफ 14 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है जबकि अन्य के खाते में 2 सीटों पर बढ़त है।
सर्वानंद सोनोवाल और गोगोई जीते, बदरुद्दीन अजमल हारे
बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार सर्वानंद सोनोवाल माजुली सीट और कांग्रेस से हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए हिमंत बिस्व शर्मा जलुकबारी सीट से चुनाव जीत गए है। मौजूदा मुख्यमंत्री तरुण गोगोई तितबर सीट से चुनाव जीत गए हैं। असम के पूर्व सीएम प्रफुल्ल कुमार महंत अपनी बरहामपुर सीट पर आगे चल रहे हैं । असम में तीसरी ताकत के रूप में आंकी जा रही बदरूद्दीन अजमल, सलमारा दक्षिण से चुनाव हार गए हैं।
राज्य में हुआ था करीब 82 फीसदी मतदान
असम में दो चरणों में हुए मतदान में करीब 82 प्रतिशत मतदान हुआ था। कांग्रेस बोडोलैंड क्षेत्र को छोड़कर अन्य भागों में अपने दम पर चुनाव लड़ रही है जबकि जेडीयू और आरजेडी ने बदरूद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ के साथ तालमेल किया है।
बीजेपी का एजीपी के साथ है गठजोड़
भारतीय जनता पार्टी ने असम गण परिषद (एजीपी) के साथ गठबंधन किया, जबकि एच मोहिलारी नेतृत्व वाले बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के साथ उसका गठबंधन पहले से था। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया था। वहीं कांग्रेस की बागडोर तरुण गोगोई के हाथों में थी।
राज्य में तीन बार बनी है गैर कांग्रेस सरकार
इस बार बीजेपी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने वाली असम गण परिषद की पहली बार 1985 में और फिर 1996 में सरकार बनी थी। असम की राजनीतिक सत्ता में 1952 से ही कांग्रेस का वर्चस्व रहा है। यहां पर सिर्फ तीन बार गैर कांग्रेसी सरकारें बनी है। एजीपी ने दो बार सरकार बनाई और उससे पहले 1978 में जनता पार्टी की सरकार बनी थी।
सर्वानंद सोनोवाल और गोगोई जीते, बदरुद्दीन अजमल हारे
बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार सर्वानंद सोनोवाल माजुली सीट और कांग्रेस से हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए हिमंत बिस्व शर्मा जलुकबारी सीट से चुनाव जीत गए है। मौजूदा मुख्यमंत्री तरुण गोगोई तितबर सीट से चुनाव जीत गए हैं। असम के पूर्व सीएम प्रफुल्ल कुमार महंत अपनी बरहामपुर सीट पर आगे चल रहे हैं । असम में तीसरी ताकत के रूप में आंकी जा रही बदरूद्दीन अजमल, सलमारा दक्षिण से चुनाव हार गए हैं।
राज्य में हुआ था करीब 82 फीसदी मतदान
असम में दो चरणों में हुए मतदान में करीब 82 प्रतिशत मतदान हुआ था। कांग्रेस बोडोलैंड क्षेत्र को छोड़कर अन्य भागों में अपने दम पर चुनाव लड़ रही है जबकि जेडीयू और आरजेडी ने बदरूद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ के साथ तालमेल किया है।
बीजेपी का एजीपी के साथ है गठजोड़
भारतीय जनता पार्टी ने असम गण परिषद (एजीपी) के साथ गठबंधन किया, जबकि एच मोहिलारी नेतृत्व वाले बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के साथ उसका गठबंधन पहले से था। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया था। वहीं कांग्रेस की बागडोर तरुण गोगोई के हाथों में थी।
राज्य में तीन बार बनी है गैर कांग्रेस सरकार
इस बार बीजेपी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने वाली असम गण परिषद की पहली बार 1985 में और फिर 1996 में सरकार बनी थी। असम की राजनीतिक सत्ता में 1952 से ही कांग्रेस का वर्चस्व रहा है। यहां पर सिर्फ तीन बार गैर कांग्रेसी सरकारें बनी है। एजीपी ने दो बार सरकार बनाई और उससे पहले 1978 में जनता पार्टी की सरकार बनी थी।
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