फ्रांस के नेशनल डे के मौके पर नीस शहर में होने वाली आतिशबाजी देखकर लौट रही भीड़ में एक रफ्तार ट्रक भीड़ में जा घुसा। घटना में 80 से अधिक लोगों की मौत हुई है जबकि 100 से अधिक घायल हुए हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने नीस हमले को इस्लामिक आतंकियों का हमला करार दिया है। दुनियाभर के कई राजनेताओं और सेलिब्रिटीज ने 'इस आतंकी हमले' की निंदा की है। नीस शहर पर इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर हैशटैग #TruckHasNoReligion ट्रेंड करने लगा है।
टीम इंडिया की टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने ट्ववीट करके कहा, 'केवल एक मजहब होना चाहिए और यह होना चाहिए मानवता। आतंकवाद से होने वाली हर मौत दुनिया को गहरा सदमा पहुंचाती है।' अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा, "नीस में गुरुवार रात हुआ यह हमला स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के दिन का जश्न मना रहे निर्दोष लोगों के खिलाफ हुआ है। अमेरिका भी इस त्रासदी के दौरान फ्रांसीसी लोगों के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा। हम उन्हें जरूरत के मुताबिक हर संभव सहयोग उपलब्ध कराएंगे।"
रिपब्लिकन पार्टी के संभावित राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट किया, "एक और भयावह हमला, इस बार नीस में। कई लोगों की मौत और कई घायल हो गए। हम कब सबक लेंगे? हालत बदतर होते जा रहे हैं।" डेमोक्रेटिक पार्टी की संभावित उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने कहा, "हर अमेरिकी फ्रांस के लोगों के साथ मजबूती और एकजुटता के साथ खड़ा है।" उन्होंने कहा कि यह हमला "यूरोप में हमारे सबसे करीबी सहयोगियों में से एक पर किया गया।"
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने ट्वीट किया, "कनाडा आज नीस में हुए हमले से हैरान है। हमारी सहानुभूति पीड़ितों के साथ है, और हम एकजुटता से फ्रांस के लोगों के साथ खड़े हैं।" भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस हमले की निंदा कर कहा कि वह नीस में हुए आतंकवादी हमले के बारे में सुनकर सदमे में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि भारत दुख की इस घड़ी में फ्रांस के साथ है। मोदी ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर कहा, "भारत फ्रांस के हमारे भाइयों और बहनों के दुख को साझा करता है और दुख की इस घड़ी में दृढ़ता से उनके साथ खड़ा है।"
ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल टेमर ने ट्वीट किया, "भाईचारे के लिए यादगार इस दिन पर यह हमला अफसोस की बात है। इस हमले में इतने सारे नागरिकों के जीवन को नष्ट कर दिया।" रूस के प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव और उनके लक्जमबर्ग के समकक्ष जेवियर बेटल ने मंगोलिया में आयोजित 11वीं एशिया-यूरोप मीटिंग (एएसईएम) के दौरान द्विपक्षीय बैठक में इस हमले की निंदा की।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
टीम इंडिया की टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने ट्ववीट करके कहा, 'केवल एक मजहब होना चाहिए और यह होना चाहिए मानवता। आतंकवाद से होने वाली हर मौत दुनिया को गहरा सदमा पहुंचाती है।' अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा, "नीस में गुरुवार रात हुआ यह हमला स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के दिन का जश्न मना रहे निर्दोष लोगों के खिलाफ हुआ है। अमेरिका भी इस त्रासदी के दौरान फ्रांसीसी लोगों के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा। हम उन्हें जरूरत के मुताबिक हर संभव सहयोग उपलब्ध कराएंगे।"
There should be one religion and it should be humanity. Every life lost to terrorism shatters the world. Prayers for everyone #NiceAttack
— Virat Kohli (@imVkohli) July 15, 2016
रिपब्लिकन पार्टी के संभावित राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट किया, "एक और भयावह हमला, इस बार नीस में। कई लोगों की मौत और कई घायल हो गए। हम कब सबक लेंगे? हालत बदतर होते जा रहे हैं।" डेमोक्रेटिक पार्टी की संभावित उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने कहा, "हर अमेरिकी फ्रांस के लोगों के साथ मजबूती और एकजुटता के साथ खड़ा है।" उन्होंने कहा कि यह हमला "यूरोप में हमारे सबसे करीबी सहयोगियों में से एक पर किया गया।"
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने ट्वीट किया, "कनाडा आज नीस में हुए हमले से हैरान है। हमारी सहानुभूति पीड़ितों के साथ है, और हम एकजुटता से फ्रांस के लोगों के साथ खड़े हैं।" भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस हमले की निंदा कर कहा कि वह नीस में हुए आतंकवादी हमले के बारे में सुनकर सदमे में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि भारत दुख की इस घड़ी में फ्रांस के साथ है। मोदी ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर कहा, "भारत फ्रांस के हमारे भाइयों और बहनों के दुख को साझा करता है और दुख की इस घड़ी में दृढ़ता से उनके साथ खड़ा है।"
ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल टेमर ने ट्वीट किया, "भाईचारे के लिए यादगार इस दिन पर यह हमला अफसोस की बात है। इस हमले में इतने सारे नागरिकों के जीवन को नष्ट कर दिया।" रूस के प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव और उनके लक्जमबर्ग के समकक्ष जेवियर बेटल ने मंगोलिया में आयोजित 11वीं एशिया-यूरोप मीटिंग (एएसईएम) के दौरान द्विपक्षीय बैठक में इस हमले की निंदा की।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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