
- रूस के पूर्व ट्रांसपोर्ट मंत्री रोमन स्टारोवोइट की आत्महत्या की पुष्टि हुई है.
- राष्ट्रपति पुतिन ने कुछ ही घंटों पहले उन्हें बर्खास्त किया था.
- स्टारोवोइट को साल 2024 में कुर्स्क का गर्वनर बनाया गया था.
- यह वही क्षेत्र है जिसे यूक्रेन के खिलाफ जारी युद्ध में प्रतिबंधित किया गया है.
रूस के पूर्व ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर रोमन स्टारोवोइट के आत्महत्या करने की खबरें हैं. उन्हें सोमवार को ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बर्खास्त किया था. रूस की इनवेस्टिगेशन कमेटी की प्रवक्ता स्वेतलाना पेट्रेंको ने इस घटना की आधिकारिक पुष्टि की है. पुष्टि की है कि स्टारोवोइट ने मॉस्को क्षेत्र के ओडिंटसोवो में अपनी निजी कार में आत्महत्या कर ली. वह कुर्स्क क्षेत्र के गवर्नर भी रह चुके हैं.
कार में मिली डेडबॉडी
पेट्रेंको ने कहा, 'मॉस्को क्षेत्र के लिए रूस की जांच समिति के चीफ इनवेस्टिगेशन ऑफिसर घटनास्थल पर मौजूद हैं और फिलहाल घटना की परिस्थितियों का पता लगाया जा रहा है.' पुतिन ने रूस के एविएशन और मैरीटाइम सेक्टर्स में एक के बाद आ रही रुकावटों से खासे नाराज थे. इस वजह से ही उन्होंने रोमन स्टारोवोइट को बर्खास्त करने का फैसला किया था.
रूस के लीगल पोर्टल पर आए आफिशियल ऑर्डर में उनकी बर्खास्तगी का कारण नहीं बताया गया है. द सन की रिपोर्ट के अनुसार स्टारोवोइट अपनी कार में गोली लगने से मृत पाए गए हैं.
वहीं डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार स्टारोवोइट ने उसी पिस्टल से खुद को गोली मारी है जो उन्हें गिफ्ट की गई थी. स्टारोवोइट ने जिस पिस्टल का प्रयोग किया है, वह उन्हें साल 2023 में आंतरिक मामलों के मंत्रालय की तरफ से दी गई थी.
तो पुतिन थे नाराज?
उन्हें तब बर्खास्त किया गया था जब यूक्रेन की तरफ से आने वाले ड्रोन के खतरों की वजह से कारण रूस के बड़े एयरपोर्ट्स पर 287 फ्लाइट्स को रोका गया था. इस घटना के ठीक एक ही दिन बाद ही पुतिन ने उन्हें बर्खास्त करने का कदम उठाया. इसके अलावा, 6 जुलाई को उस्त-लुगा बंदरगाह पर इको विजार्ड टैंकर में विस्फोट के कारण अमोनिया रिसाव हुआ, जिसके कारण इमरजेंसी प्रॉसेस अपनानी पड़ी थीं.
स्टारोवोइट को साल 2024 में कुर्स्क का गर्वनर बनाया गया था. यह वही क्षेत्र है जिसे यूक्रेन के खिलाफ जारी युद्ध में प्रतिबंधित किया गया है. जब उन्होंने इस पद को छोड़ा था तो इसके कुछ ही महीनों बाद यूक्रेन के सैनिक सीमा पार कर कुर्स्क में घुस आए थे. उनकी उस घुसपैठ को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूक्रेन की तरफ से किसी रूसी क्षेत्र में हुई सबसे बड़ी विदेशी घुसपैठ करार दिया गया था.
लगातार पांचवें जहाज को नुकसान
रूस की मीडिया के अनुसार, डिप्टी ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर आंद्रेई निकितिन उनके उत्तराधिकारी के लिए शीर्ष उम्मीदवार हैं. इको विजार्ड टैंकर को रूस की 'शैडो फ्लीट' का हिस्सा माना जाता है. इसका प्रयोग प्रतिबंधों से बचने के लिए किया जाता है. जनवरी से रूसी बंदरगाहों में क्षतिग्रस्त होने वाला यह रूस का पांचवां जहाज है. जहां अधिकारियों ने अमोनिया रिसाव को मामूली बताया था तो वहीं विस्फोट ने रणनीतिक बुनियादी ढांचे की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं.
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