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This Article is From Aug 22, 2015

जंग की आशंका के बीच बातचीत की मेज़ पर पहुंचे दक्षिण और उत्तर कोरिया

जंग की आशंका के बीच बातचीत की मेज़ पर पहुंचे दक्षिण और उत्तर कोरिया
दोनों कोरियाई देशों को अलग करने वाले क्षेत्र में मौजूद दक्षिण कोरियाई सैनिकों (रायटर्स)
प्योंगयांग: दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया  के बीच उभरे भारी तनाव को कम करने के मकसद से दोनों देश पिछले करीब एक साल में पहली बार उच्च-स्तरीय वार्ता कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच टकराव इस हद तक बढ़ गया है कि वहां जंग छिड़ने जैसे हालात बन गए हैं। आशंका है कि दोनों के बीच किसी भी समय सैन्य टकराव हो सकता है। इसी आशंका को दूर करने के लिए दोनों कोरियाई देश सीमा पर एक गांव में उच्च-स्तरीय वार्ता कर रहे हैं।

दोनों देशों के बीच यह बातचीत ऐसे समय में हो रही है जब प्योंगयांग ने दक्षिण कोरिया को अपनी सीमा पर उत्तर कोरिया के खिलाफ दुष्प्रचार करने वाले लाउडस्पीकर बंद करने के लिए दोपहर तक की समयसीमा दी थी। उत्तर कोरिया ने कहा था कि उसकी अग्रिम पंक्ति की सेना युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार है और अगल सियोल अपने कदम पीछे नहीं खींचता तो वह युद्ध के लिए तैयार है।

पैनमुनजोम में बंद कमरे में यह वार्ता आज शाम शुरू हुई। दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम का खुलासा न करने की शर्त पर यह जानकारी दी। अधिकारी ने इससे ज्यादा कुछ भी नहीं बताया।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि देश के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशक किम क्वान-जिन और एकीकरण मंत्री होंग योंग-प्यो पहले कोरियाई पीपुल्स आर्मी के शीर्ष राजनीतिक अधिकारी ह्वांग प्योंग सो और उत्तर कोरियाई सरकार में दक्षिण कोरियाई मामलों के लिए जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारी किम यांग गोन के साथ वार्ता करेंगे। विश्लेषकों के मुताबिक, ह्वांग सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के बाद उत्तर कोरिया के दूसरे सबसे अहम अधिकारी माने जाते हैं ।

यह वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब एक के बाद एक कई वाकयों ने इस आशंका को जन्म दे दिया कि टकराव नियंत्रण से बाहर जा सकता है। टकराव की शुरुआत कथित तौर पर उत्तर कोरिया की ओर से किए गए एक बारूदी सुरंग धमाके से हुई। इस धमाके में दक्षिण कोरिया के दो सैनिकों की मौत हो गई। इसके बाद दक्षिण कोरिया ने सीमा पर प्योंगयांग के खिलाफ दुष्प्रचार का प्रसारण शुरू कर दिया। दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि वार्ता के दौरान दक्षिण कोरिया प्योंगयांग विरोधी प्रसारण करता रहेगा और वार्ता के नतीजों पर निर्भर करेगा कि इस प्रसारण को रोका जाए कि नहीं।

दक्षिण कोरिया प्योंगयांग विरोधी प्रसारण के लिए सीमा पर 11 लाउडस्पीकर प्रणालियों का इस्तेमाल कर रहा है।

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