ढाका:
विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने माले स्थित भारतीय उच्चायोग में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद के शरण लिए रहने से पैदा हुई स्थिति के बारे में मालदीव के अपने समकक्ष से फोन पर बातचीत की है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेश के आधिकारिक दौरे पर पहुंचे खुर्शीद ने मालदीव के विदेशमंत्री अब्दुल समद अब्दुल्ला से फोन पर बातचीत की है। इस बातचीत का विवरण अभी नहीं मिल पाया है।
उधर, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद ने भारतीय उच्चायोग में शरण लिए पूर्व नशीद की आलोचना करते हुए कहा कि वह देश में विरोध प्रदर्शनों को हवा दे रहे हैं।
उन्होंने इसी साल सितंबर में ‘स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं समावेशी’ बहुदलीय चुनाव कराने का वादा किया है।
वहीद का कहना है कि उनकी सरकार देश में लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए पूरी कोशिश करेगी।
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि इस साल स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं समावेशी चुनाव कराना मालदीव के राष्ट्रीय हित में है। इस चुनाव में सभी राजनीतिक दल भाग ले सकेंगे। मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा कि मालदीव निर्वाचन आयोग ने एलान किया है कि 7 सितंबर को अगला राष्ट्रपति चुनाव होगा।
वहीद ने भारतीय उच्चायोग में शरण लेने के लिए नशीद की आलोचना की। नशीद बीते बुधवार से भारतीय उच्चयोग में हैं। राष्ट्रपति रहने के दौरान पद के दुरुपयोग के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के तत्काल बाद वह उच्चायोग में दाखिल हो गए थे। वहीद ने कहा, मुझे निराशा हुई है कि अदालत की ओर से समन जारी होने के बाद पूर्व राष्ट्रपति ने भारतीय उच्चायोग में शरण मांग ली।
अदालती आदेश के तहत पुलिस उन्हें गिरफ्तार करती और अदालत के समक्ष पेश कर देती। उन्होंने कहा, इसकी (वारंट) मियाद 13 फरवरी को शाम 4 बजे ही खत्म हो गई और ऐसे में उनका उच्चायोग में बने रहने और सड़कों पर हिंसा भड़काने का कोई कारण नहीं है। वहीद ने कहा कि अदालती आदेश के साथ उनकी सरकार का कोई लेना-देना नहीं है।
पिछले दिनों नशीद ने मांग की थी कि राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद को निश्चित तौर पर पद छोड़ना चाहिए और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए एक अंतरिम, कार्यवाहक सरकार का गठन किया जाना चाहिए। वहीद ने मित्र सरकारों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को आमंत्रित किया कि वे चुनाव की तैयारियों में सहयोग करें।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेश के आधिकारिक दौरे पर पहुंचे खुर्शीद ने मालदीव के विदेशमंत्री अब्दुल समद अब्दुल्ला से फोन पर बातचीत की है। इस बातचीत का विवरण अभी नहीं मिल पाया है।
उधर, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद ने भारतीय उच्चायोग में शरण लिए पूर्व नशीद की आलोचना करते हुए कहा कि वह देश में विरोध प्रदर्शनों को हवा दे रहे हैं।
उन्होंने इसी साल सितंबर में ‘स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं समावेशी’ बहुदलीय चुनाव कराने का वादा किया है।
वहीद का कहना है कि उनकी सरकार देश में लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए पूरी कोशिश करेगी।
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि इस साल स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं समावेशी चुनाव कराना मालदीव के राष्ट्रीय हित में है। इस चुनाव में सभी राजनीतिक दल भाग ले सकेंगे। मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा कि मालदीव निर्वाचन आयोग ने एलान किया है कि 7 सितंबर को अगला राष्ट्रपति चुनाव होगा।
वहीद ने भारतीय उच्चायोग में शरण लेने के लिए नशीद की आलोचना की। नशीद बीते बुधवार से भारतीय उच्चयोग में हैं। राष्ट्रपति रहने के दौरान पद के दुरुपयोग के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के तत्काल बाद वह उच्चायोग में दाखिल हो गए थे। वहीद ने कहा, मुझे निराशा हुई है कि अदालत की ओर से समन जारी होने के बाद पूर्व राष्ट्रपति ने भारतीय उच्चायोग में शरण मांग ली।
अदालती आदेश के तहत पुलिस उन्हें गिरफ्तार करती और अदालत के समक्ष पेश कर देती। उन्होंने कहा, इसकी (वारंट) मियाद 13 फरवरी को शाम 4 बजे ही खत्म हो गई और ऐसे में उनका उच्चायोग में बने रहने और सड़कों पर हिंसा भड़काने का कोई कारण नहीं है। वहीद ने कहा कि अदालती आदेश के साथ उनकी सरकार का कोई लेना-देना नहीं है।
पिछले दिनों नशीद ने मांग की थी कि राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद को निश्चित तौर पर पद छोड़ना चाहिए और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए एक अंतरिम, कार्यवाहक सरकार का गठन किया जाना चाहिए। वहीद ने मित्र सरकारों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को आमंत्रित किया कि वे चुनाव की तैयारियों में सहयोग करें।
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