विज्ञापन
This Article is From Jul 22, 2016

मुस्लिम यात्री को अमेरिकी एयरलाइन ने प्लेन से नीचे उतारा, कहा- 'आप पर नजर रखी जा रही है'

मुस्लिम यात्री को अमेरिकी एयरलाइन ने प्लेन से नीचे उतारा, कहा- 'आप पर नजर रखी जा रही है'
वॉशिंगटन: अमेरिका में भेदभाव के कथित मामले में एक 40 वर्षीय मुस्लिम व्यक्ति को अमेरिकी एयरलाइंस के प्लेन से नीचे उतार दिया गया। विमान की महिला कर्मी बार-बार व्यक्ति का नाम और सीट नंबर अनाउंस कर रही थी और कह रही थी कि उसकी नजर उन पर है।

मामला बुधवार को तब सामने आया जब अमेरिकी-इस्लामिक संबंध परिषद (सीएआईआर) ने परिवहन अधिकारियों से इस संबंध में शिकायत की। शिकायत के मुताबिक मोहम्मद अहमद रदवान को पिछले साल दिसंबर में अमेरिकन एयरलाइन की फ्लाइट से उनके मुस्लिम नाम की वजह से उतार दिया गया था।

संघीय कानून के मुताबिक एयरलाइन कंपनियां यात्रियों के बीच उनके धर्म, वंशावली, राष्ट्रीयता आदि के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकती हैं। सीएआईआर ने परिवहन विभाग को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कराने के लिए कहा है।  इसके साथ ही सीएआईआर ने कहा कि परिवहन विभाग को इस संबंध में भी नीति तैयार करनी चाहिए कि किन परिस्थितियों में किसी यात्री को प्लेन से उतारा जा सकता है।

रदवान पेशे से केमिकल इंजीनियर हैं जो 6 दिसंबर 2015 को अमेरिकी एयरलाइन की फ्लाइट नंबर 1821 में शार्लोट से डिट्रॉइट जा रहे थे। जैसे ही वे अपनी तय सीट पर बैठे, विमान की महिला कर्मी ने अनाउंस किया, 'मोहम्मद अहमद, सीट 25-ए, मेरी नजर आप पर है।'

एक मिनट बाद उसने दोबारा घोषणा की, 'मोहम्मद अहमद, यह काफी लंबा नाम है, सीट 25-ए, मेरी नजर आप पर है।' रदवान के मुताबिक इसके बाद तीसरी बार महिला कर्मी ने अनाउंस किया, '25- ए : आप पर हमारी नजर है।' उन्होंने कहा, "मेरा नाम बार-बार अनाउंस किए जाने के कारण मैं सदमें में था, मैं तीस साल से हवाई जहाजों में सफर रहा हूं ऐसा मेरे साथ पहली बार हुआ था।"

महिला कर्मी ने किसी अन्य यात्री के संबंध में ऐसी घोषणा नहीं की। जब रदवान ने उससे इस बारे में पूछा तो उनसे कहा गया कि वह सभी पर नजर रख रही है। जब उन्होंने केवल अपना नाम एनाउंस किए जाने के बारे में पूछा तो उन पर जरूरत से ज्यादा संवेदनशील होने का आरोप लगाया गया।

इसके बाद अमेरिकन एयरलाइन के कुछ कर्मियों ने उनसे बात की और उन्हें बताया गया कि महिला कर्मी उनकी वजह से असहज महसूस कर रही थी। इसके बाद उन्हें फ्लाइट से नीचे उतार दिया गया। "अमेरिकन एयरलाइन में दोबारा सफर करने में मुझे अब सुरक्षित महसूस नहीं होता।'

इसके बाद रदवान ने काफी देर बाद की एक फ्लाइट बुक की जिसके लिए उन्हें 15 सौ यूएस डॉलर अतिरिक्त खर्च करना पड़ा, इसके अलावा उन्हें अपने ट्रैवल प्लान में भी परिवर्तन करना पड़ा। रदवान बताते हैं, इस परेशानी से ज्यादा तकलीफदेह आतंकवादी की तरह बर्ताव किया जाना था।'

उन्होंने कहा, "मैं पिछले 13 सालों से अमेरिकी नागरिक हूं लेकिन उस एक पल में मुझे लगा जैसे मुझसे अमेरिकी होने का अधिकार छीन लिया गया हो।"

इस साल अप्रैल में शिकागो एयरपोर्ट पर एक महिला को प्लेन से उतार दिया गया था क्योंकि उसने अपनी सीट बदलने का आग्रह किया था। महिला से कहा गया कि उसकी वजह से विमान कर्मी असहज महसूस करने लगी थी।

इसी तरह इस साल मार्च में एक मुस्लिम परिवार को युनाइटेड एयरलाइन के विमान से उनके पहनावे की वजह से उतार दिया गया था।

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com