कराची:
पाकिस्तान का सिंध प्रांत पिछले तीन दिनों से लू की चपेट में है, जिसके चलते तटीय शहर कराची में सप्ताहांत में लू के कारण 207 लोगों की मौत हो गई। सोमवार को जारी मीडिया रपटों से यह जानकारी मिली।
समाचार पत्र डॉन के मुताबिक, अब्बासी शहीद अस्पताल के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट इमरान समदानी ने बताया कि सोमवार को सात लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इनकी मौत लू और जठरांत्र संबंधी समस्या के कारण हुई।
अब्बासी शहीद अस्पताल में शनिवार और रविवार को 30 लोगों की जान चली गई है। जिन्ना पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सेंटर में आपात विभाग के प्रमुख सीमिन जमाली ने कहा कि रविवार देर रात तक 50 लोगों की मौत हो चुकी थी। इससे पहले शनिवार को लू के कारण 85 लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
एक अधिकारी ने कहा कि कराची के सरकारी अस्पताल में शनिवार को छह लोगों की मौत हो गई, इसके साथ ही अस्पताल में अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है। कराची में शनिवार का दिन साल का सबसे गर्म दिन था, जहां अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
वहीं, सिंध के जैकबाबाद, लरकाना और सुक्कूर में शनिवार को अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार को यहां तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पाकिस्तान के दक्षिणी प्रांत सिंध में लू और अत्यधिक गर्मी का कहर जारी है। इस माह की शुरुआत में सहवान में लाल शाहबाज कलंदर के उर्स के दौरान लू के कारण 17 लोगों की मौत हो गई थी।
सिंध के मुख्यमंत्री सैयद कईम अली शाह ने कराची में संवाददाताओं से कहा कि कराची के साथ-साथ प्रांत के अन्य शहरों के सभी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
कराची में शुक्रवार से ही अधिकतम तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है। रमजान का पवित्र महीना शुक्रवार को ही शुरू हुआ था। लोगों को फिलहाल भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
बिजली कटौती ने लोगों की परेशानी को और बढ़ा दिया है और कराची के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन भी हुए हैं। पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में से एक कराची की आबादी करीब दो करोड़ है।
इससे पहले नौ मई 1938 को कराची में सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया था, जब अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
समाचार पत्र डॉन के मुताबिक, अब्बासी शहीद अस्पताल के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट इमरान समदानी ने बताया कि सोमवार को सात लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इनकी मौत लू और जठरांत्र संबंधी समस्या के कारण हुई।
अब्बासी शहीद अस्पताल में शनिवार और रविवार को 30 लोगों की जान चली गई है। जिन्ना पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सेंटर में आपात विभाग के प्रमुख सीमिन जमाली ने कहा कि रविवार देर रात तक 50 लोगों की मौत हो चुकी थी। इससे पहले शनिवार को लू के कारण 85 लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
एक अधिकारी ने कहा कि कराची के सरकारी अस्पताल में शनिवार को छह लोगों की मौत हो गई, इसके साथ ही अस्पताल में अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है। कराची में शनिवार का दिन साल का सबसे गर्म दिन था, जहां अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
वहीं, सिंध के जैकबाबाद, लरकाना और सुक्कूर में शनिवार को अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार को यहां तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पाकिस्तान के दक्षिणी प्रांत सिंध में लू और अत्यधिक गर्मी का कहर जारी है। इस माह की शुरुआत में सहवान में लाल शाहबाज कलंदर के उर्स के दौरान लू के कारण 17 लोगों की मौत हो गई थी।
सिंध के मुख्यमंत्री सैयद कईम अली शाह ने कराची में संवाददाताओं से कहा कि कराची के साथ-साथ प्रांत के अन्य शहरों के सभी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
कराची में शुक्रवार से ही अधिकतम तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है। रमजान का पवित्र महीना शुक्रवार को ही शुरू हुआ था। लोगों को फिलहाल भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
बिजली कटौती ने लोगों की परेशानी को और बढ़ा दिया है और कराची के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन भी हुए हैं। पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में से एक कराची की आबादी करीब दो करोड़ है।
इससे पहले नौ मई 1938 को कराची में सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया था, जब अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
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