
मालदीव में विदेशमंत्री सुषमा स्वराज.
कोलंबो:
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने देश में जारी राजनीतिक संकट के समाधान के लिए भारत से आज ‘‘त्वरित कार्रवाई’’ करने की मांग की. राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के आपातकाल की घोषणा करने और सैनिकों द्वारा देश के प्रधान न्यायाधीश को गिरफ्तार कर लेने के बाद देश में राजनीतिक संकट पैदा हो गया.
मालदीव में संकट तब पैदा हुआ जब बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट ने जेल में बंद विपक्ष के नौ नेताओं को रिहा करने का आदेश दिया. अदालत ने कहा कि उन पर मुकदमा राजनीति से प्रभावित और दोषपूर्ण है.
सरकार ने आदेश के क्रियान्वयन से इनकार कर दिया जिसके बाद राजधानी माले में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन शुरू हो गए. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं. इन झड़पों के बाद यामीन ने कल आपातकाल घोषित कर दिया. आपातकाल की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद चीफ जस्टिस अब्दुल्ला सईद और अन्य न्यायाधीश अली हामिद को गिरफ्तार कर लिया गया.
जांच या आरोप के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. विपक्ष का साथ देने वाले पूर्व राष्ट्रपति मामून अब्दुल गय्यूम को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया. नशीद ने इस हालात में भारत की मदद मांगी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रियान्वयन में जान-बूझ कर की जा रही देर पर उन्होंने चिंता जताई.
मालदीव में संकट तब पैदा हुआ जब बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट ने जेल में बंद विपक्ष के नौ नेताओं को रिहा करने का आदेश दिया. अदालत ने कहा कि उन पर मुकदमा राजनीति से प्रभावित और दोषपूर्ण है.
सरकार ने आदेश के क्रियान्वयन से इनकार कर दिया जिसके बाद राजधानी माले में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन शुरू हो गए. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं. इन झड़पों के बाद यामीन ने कल आपातकाल घोषित कर दिया. आपातकाल की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद चीफ जस्टिस अब्दुल्ला सईद और अन्य न्यायाधीश अली हामिद को गिरफ्तार कर लिया गया.
जांच या आरोप के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. विपक्ष का साथ देने वाले पूर्व राष्ट्रपति मामून अब्दुल गय्यूम को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया. नशीद ने इस हालात में भारत की मदद मांगी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रियान्वयन में जान-बूझ कर की जा रही देर पर उन्होंने चिंता जताई.