चीन ने शुक्रवार को कहा कि उसने अपने यहां से निर्यात किए जाने वाले ऐसे 11 तरह के चिकित्सा उपकरणों की जांच सख्त कर दी है जो कोरोना वायरस बीमारी की रोकथाम और इलाज के काम में बहुत जरूरी हैं. हाल में इटली समेत तमाम देशों ने चीन से ऐसे सामानों में खामी या खराबी की काफी शिकायतें की हैं. भारत सहित कई अन्य देश कोरोना वायरस महामारी के संकट से निपटने के लिए वेंटिलेटर, मास्क और व्यक्तिगत सुरक्षा का सामान (पीपीई) चीन से खरीदने की तैयारी में हैं. पिछले कुछ सप्ताह में इटली, नीदरलैंड,फिलीपींस, क्रोएशिया, तुर्की, स्पेन और नेपाल समेत कई देशों ने चीन से मंगाए गए ऐसे सामानों की ढेरों शिकायतें की हैं.
चीन के सीमा शुल्क विभाग ने शुक्रवार को कहा कि निर्यात किए जाने वाले 11 प्रकार के चिकित्सकीय सामनों की कड़ाई से जांच की जाएगी. ये सामान कोविड-19 (नोबल कोरोना वायरस जन्य बीमारी) की रोकथाम और इलाज के लिए बहुत आवश्यक किस्म के सामान माने जाते हैं. चीन के सरकारी अखबार पीपुल्स डेली की एक खबर में कहा गया है कि डाक्टरी मास्क, पोशाक, चश्मे, वेंटिलेटर और सात अन्य प्रकार के सामानों की निर्यात खेप का लदान से पहले गुणवत्ता-निरीक्षण अनिवार्य कर दिया गया है. रपट के अनुसार यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है.
Video: सामान से भरी मंडी , खरीदार नहीं
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं