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This Article is From Aug 11, 2011

कैमरन ने हिंसा की निंदा की

लंदन: ब्रिटेन में दंगाप्रभावित शहरों में जनजीवन सामान्य होने में हो रही देरी के बीच प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने पूर्ण कानून व्यवस्था कायम करने के लिए कई उपायों की घोषणा की और पुलिस को नए अधिकार देने तथा दंगापीडितों को भरपाई के लिए सरकार की ओर से समर्थन का वादा किया। आनन फानन में बुलाये गए संसद के सत्र में प्रधानमंत्री ने अपने बयान में स्वीकार किया कि पहले बहुत कम पुलिसकर्मी थे और उनके उपाय कामयाब नहीं हुए एवं यह उनके लिए नई और अनोखी चुनौती है। पिछले पांच दिनों में हिंसा के सिलसिले में 1200 से अधिक व्यक्ति गिरफर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा राजनीति या विरोध प्रदर्शन को लेकर नहीं है बल्कि यह चोरी के बारे में है और पुलिस एवं खुफिया एजेंसियां लूटपाट और आगजनी के लिए जिम्मेदार लोगों तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज का अध्ययन कर रही हैं। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा, सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी वैध दावे की लागत की पूर्ति करने के लिए पुलिस के पास संसाधन हो। ब्रिटिश बीमाकर्ता संघ ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि यह उद्योग 20 करोड़ पाउंड तक का भुगतान कर सकेगा। कैमरन ने कहा, मैं आज घोषणा कर सकता हूं कि हम पुलिस को यह अधिकार देने जा रहे हैं कि अगर उचित संदह हो कि उनका आपराधिक गतिविधि से जुड़ाव है तो पुलिस को उनके चेहरे से कपड़े हटाने का अधिकार होगा। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति से निबटने के लिए पुलिस को चौबीस घंटे के नोटिस पर पानी की बौछार :वाटर कैनन: उपलब्ध कराये जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों और कंपनियों को दंगे के दौरान निशाना बनाया गया जैसे कोई व्यक्ति, मकानमालिक, व्यापारी के भवन या संपत्ति नष्ट हुई, उन्होंने यदि बीमा नहीं भी करावाया है, तो भी वे दंगा नुकसान कानून के तहत दावा कर सकते हैं। कैमरन ने कहा, व्यापार को समर्थन के मामले में, हम प्रभावित व्यापार को फिर से उठ खड़े होने के लिए आज 20 करोड़ पाउंड की नयी समर्थन योजना शुरू कर रहे हैं। उन्होंने माना कि जब दंगा शुरू हुआ तब सड़कों पर कम पुलिसकर्मी थे और प्रारंभ में पुलिस ने इसे कानून एवं व्यवस्था के रूप में लिया जो था नहीं बल्कि यह आपराधिक मामला है। कैमरन ने कहा, सच्चाई यह है कि पुलिस नयी और अनोखी चुनौती से जूझ रही है क्योंकि एक ही समय विभिन्न स्थान विभिन्न लोग लूटपाट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों यह सुनिश्चित करेगी कि देश की छवि बिगाड़ने वाले दंडित हों। उन्होंनं तारिक जहां की शांति की अपील की सराहना की जिनका बेटा उन तीन युवा ब्रिटिश एशियाई युवकों में शामिल था जिन्हें कुचलकर मार डाला गया। विपक्ष के नेता एड मिलीबैंड ने तारिक जहां को ब्रिटेन का सच्चा चेहरा बताया। कैमरन ने कहा कि इन दंगोंे के पीछे जो गिरोह हैं उनमें निठल्ले पड़े परिवारों के युवक हैं। उन्होंने इसके लिए नैतिक पतन और छिन्न-भिन्न समाज को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, मैंने पहले भी कहा कि हमारे समाज में बड़ी समस्या है कि बच्चों को सही गलत की पहचान नहीं है। इसकी वजह गरीबी नहीं बल्कि संस्कृति है। एक ऐसी संस्कृति जो हिंसा का महिमा मंडन करती है, प्रशासन के प्रति कोई भय नहीं है, अधिकार के लिए हर चीज को जायज बताती लेकिन जिम्मेदारी पर चुप्पी साध लेती है। ओलंपिक के संदर्भ में उन्होंने छवि सुधारने पर बल दिया।

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