प्रतीकात्मक तस्वीर
लंदन:
एक नये सर्वेक्षण में ब्रिटेन की सेना में 40 प्रतिशत से अधिक महिलाओं के यौन उत्पीड़न का शिकार होने का दावा किए जाने के बीच ब्रिटिश सेना नेतृत्व के लिए नई आचार संहिता शुरू होने जा रही है।
ब्रिटिश सेना द्वारा कराए गए इस सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि पीड़ितों का बहुत बड़ा हिस्सा इस भय से मामले की शिकायत अधिकारियों से नहीं करता कि कहीं उनके करियर की संभावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़ जाए।
महिला सैनिकों में आधे से थोड़ा कम (44 प्रतिशत) का मानना है कि सेना के कुछ हिस्सों में यौन उत्पीड़न की समस्या है। सात हजार महिला सैनिकों पर किए सर्वेक्षण में पाया गया है कि करीब 13 प्रतिशत महिलाओं को विशेषतौर पर परेशान करने वाले अनुभव हुए, जबकि केवल तीन प्रतिशत ने ही औपचारिक लिखित शिकायत की।
सेना प्रमुख जनरल सर निक कार्टर ने कहा कि महिला सैनिकों के यौन उत्पीड़न का स्तर पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि वह इन आंकड़ों से निराश हैं और वह चाहते हैं कि देश की सेना आधुनिक एवं समावेशी नियोक्ता बने। निक ने कहा कि बदलाव ऊपर से नीचे तक आएगा और सेना नेतृत्व की नई आचार संहिता की शुरुआत सितंबर से होगी।
ब्रिटिश सेना द्वारा कराए गए इस सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि पीड़ितों का बहुत बड़ा हिस्सा इस भय से मामले की शिकायत अधिकारियों से नहीं करता कि कहीं उनके करियर की संभावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़ जाए।
महिला सैनिकों में आधे से थोड़ा कम (44 प्रतिशत) का मानना है कि सेना के कुछ हिस्सों में यौन उत्पीड़न की समस्या है। सात हजार महिला सैनिकों पर किए सर्वेक्षण में पाया गया है कि करीब 13 प्रतिशत महिलाओं को विशेषतौर पर परेशान करने वाले अनुभव हुए, जबकि केवल तीन प्रतिशत ने ही औपचारिक लिखित शिकायत की।
सेना प्रमुख जनरल सर निक कार्टर ने कहा कि महिला सैनिकों के यौन उत्पीड़न का स्तर पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि वह इन आंकड़ों से निराश हैं और वह चाहते हैं कि देश की सेना आधुनिक एवं समावेशी नियोक्ता बने। निक ने कहा कि बदलाव ऊपर से नीचे तक आएगा और सेना नेतृत्व की नई आचार संहिता की शुरुआत सितंबर से होगी।
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