अमेरिकी सेना ने रविवार को दावा किया कि अमेरिकी नौसेना के हेलीकॉप्टरों ने यमन के ईरान समर्थित हूथी विद्रोहियों द्वारा संचालित तीन जहाजों को डुबो दिया. अमेरिका की तरफ से कहा गया है कि जिस नाव को डूबाया गया है उसने लाल सागर में एक कंटेनर जहाज पर हमला किया था. अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने एक बयान में कहा कि हूतियों द्वारा अमेरिकी हेलीकॉप्टरों पर गोलीबारी करने के बाद, उन्होंने "आत्मरक्षा में जवाबी गोलीबारी की", जिससे जहाज के 20 मीटर के भीतर आई चार छोटी नौकाओं में से तीन डूब गईं और चालक दल के सदस्य मारे गए. वहीं चौथी नाव इस दौरान भाग गयी.
Iranian-backed Houthi small boats attack merchant vessel and U.S. Navy helicopters in Southern Red Sea
— U.S. Central Command (@CENTCOM) December 31, 2023
On Dec. 31 at 6:30am (Sanaa time) the container ship MAERSK HANGZHOU issued a second distress call in less than 24 hours reporting being under attack by four Iranian-backed… pic.twitter.com/pj8NAzjbVF
जानकारी के अनुसार जहाज को पहले दो एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइलों से निशाना बनाया गया था जिसे अमेरिकी सेना ने मार गिराया था. हुती-नियंत्रित यमन से प्रक्षेपित की गई दोनों मिसाइलों में से एक, मार्सक हांग्जो पर गिरी.
लाल सागर में जहाजों को लगातार बना रहे हैं निशाना
गौरतलब है कि हूतियों ने लाल सागर शिपिंग लेन में जहाजों को बार-बार हमलों से निशाना बनाया है, उनका कहना है कि वे गाजा में फिलिस्तीनियों के समर्थन में हैं, जहां इज़राइल हमास समूह से लड़ रहा है. इन हमलों के कारण वैश्विक व्यापार के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले इस मार्ग पर खतरा बढ़ने लगा है. लगातार हमलों के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका ने लाल सागर में सुरक्षा कड़ी कर दी है.
कौन हैं हूती विद्रोही?
लाल सागर में जहाजों पर हमले को लेकर एक बार फिर चर्चा में आए हूती विद्रोही यन के अल्पसंख्यक शिया ‘ज़ैदी' समुदाय का एक ग्रुप है. 1990 के दशक में उस समय के राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह के कथित भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए इसका गठन किया गया था. इस संगठन का नाम उसके संस्थापक हुसैन अल हूती के नाम पर रखा गया था. हूती विद्रोही लंबे समय से अमेरिका के विरोधी रहे हैं. अमेरिका ने जब इराक पर हमला किया था उस समय भी हूती विद्रोहियो ने अमेरिका के खात्मे की बात कही थी. माना जाता है कि इस संगठन को ईरान का साथ मिलता रहा है.
इजरायल हमास युद्ध के कारण हो रहे हैं हमले
बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजरायल पर बड़ा हमला किया था. जिसमें करीब 1140 लोगों की मौत हो गई थी. हमले के दौरान 150 से अधिक लोगों को भी हमास ने बंधक बना लिया था. जिसके बाद इजरायल ने हमास को कुचलने की कसम खाई थी और जवाबी सैन्य अभियान शुरू किया था. अब तक इस युद्ध में 20 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. गाजा में इजरायल की चल रही कार्रवाई के जवाब में हूती विद्रोही लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं.
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