Blogs | Sushil Kumar Mahapatra |शनिवार मार्च 5, 2016 10:47 AM IST रात के अंधेरे में कन्हैया आज़ादी मांग रहा था, जातीवाद से, मनुवाद से,भुखमरी से, तोड़फोड़ से, जेएनयू मांगे आज़ादी। सिर्फ कन्हैया नहीं यहां पर खड़े हुए सभी लोग कन्हैया के ताल से ताल मिलाकर आज़ादी की मांग कर रहे थे