बाड़मेर की बेटी झोपड़ी में रहती है, लेकिन हौसले हैं बुलंद; बनना चाहती है सूर्यकुमार यादव की तरह क्रिकेटर

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  • प्रकाशित: फ़रवरी 15, 2023
जब क्रिकेट का नशा चढ़ा हो तो गरीबी की दशा उसके सामने छोटी पड़ जाती है. जब कोई संघर्ष करने के लिए तैयार हो तो संकट अपने आप टल जाती है. आज आपकी मुलाकात बाड़मेर की बेटी मूमल मेहर से करवाते हैं. एक किसान की बेटी जो किस्मत की सहारे आगे बढ़ रही है और क्रिकेट के सहारे अपना ज़िंदगी सवारना चाहती है. मूमल मेहर सूर्य की तरह चमकना चाहती है वो सूर्य कुमार यादव को अपना हीरो मानती है और देश के लिए क्रिकेट खेलना चाहती है.

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