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भारत के वित्तीय इतिहास

'भारत के वित्तीय इतिहास' - 5 News Result(s)
  • रिलायंस, जियो ने बैंकों के समूह से जुटाया पांच अरब डॉलर का कर्ज

    रिलायंस, जियो ने बैंकों के समूह से जुटाया पांच अरब डॉलर का कर्ज

    रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और उसकी दूरसंचार इकाई जियो इन्फोकॉम ने विदेशी मुद्रा ऋण के रूप में विभिन्न बैंकों के समूह से दो बार में कुल पांच अरब डॉलर जुटाए हैं, जो भारत के कॉरपोरेट इतिहास में सबसे बड़ा सिंडिकेट कर्ज (बैंकों/वित्तीय संस्थानों के समूह से लिया गया ऋण) है. सूत्रों ने बताया कि पिछले सप्ताह रिलायंस ने 55 बैंकों से तीन अरब डॉलर जुटाए थे,

  • 6 मई का इतिहास: मुंबई हमले में शामिल आतंकवादी अजमल कसाब को इसी दिन सुनाई गई थी मौत की सजा

    6 मई का इतिहास: मुंबई हमले में शामिल आतंकवादी अजमल कसाब को इसी दिन सुनाई गई थी मौत की सजा

    भारत के इतिहास में छह मई का दिन आतंक के एक खौफनाक अध्याय से जुड़ा है. करीब एक दशक पहले मुंबई पर हमला करने वाले आतंकवादियों में से जिंदा पकड़े गए एकमात्र आतंकवादी अजमल कसाब को छह मई को ही फांसी की सजा सुनाई गई थी. 26 नवंबर, 2008 का वह दिन आज भी प्रत्येक देशवासी के रोंगटे खड़े कर देता है, जब देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में दस आतंकवादियों ने घातक हमला किया था. सुरक्षा बलों ने नौ आतंकवादियों को मार गिराया, जबकि अजमल कसाब को जिंदा पकड़ने में सफलता मिली. हमले में 166 लोग मारे गए थे और सैकड़ों अन्य घायल हुए. कसाब को 6 मई, 2010 को विशेष अदालत ने मौत की सज़ा सुनाई थी.

  • नोटबंदी भारत के वित्तीय इतिहास की सबसे बड़ी विनाशकारी तबाही : सदाशिवम, राज्यपाल केरल

    नोटबंदी भारत के वित्तीय इतिहास की सबसे बड़ी विनाशकारी तबाही : सदाशिवम, राज्यपाल केरल

    राज्यपाल ने यह टिप्पणी साल के पहले विधानसभा सत्र के उद्घाटन भाषण के दौरान की.उन्होंने पिछले चार महीने का वर्णन करते हुए कहा, "8 नवंबर, 2016 को भारत सरकार ने नोटबंदी का हठपूर्वक आवेशपूर्ण संस्करण लागू किया, जिसने चुनिंदा तरीके से 500 और 1000 रुपये के नोट को प्रचलन से बाहर कर दिया."

  • भारतीय संविधान में कहीं नहीं है बजट शब्द का उल्लेख, पढ़ें ‘बजट’ की कहानी

    भारतीय संविधान में कहीं नहीं है बजट शब्द का उल्लेख, पढ़ें ‘बजट’ की कहानी

    आम तौर बजट शब्द आते ही आमदनी और खर्चे का ख्याल आ जाता है. बजट शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच भाषा के ‘बूजट’ से हुई बताई जाती है. ‘बूजट’ का अर्थ होता है ‘चमड़े की थैली’ इस आप बैग समझ सकते हैं. बजट के वर्तमान स्वरूप का यदि इतिहास में सबसे पहले उल्लेख देखा जाए तो यह सबसे पहले 1773 में मिलता है. इस समय ब्रिटिश वित्तमंत्री रॉबर्ट वालपोल ने अपने वित्तीय प्रस्ताव को चमड़े के बैग से निकाला था और तब से ‘बजट’ शब्द का प्रयोग सरकारी लेखा-जोखा के तौर पर होने लगा. इंग्लैंड के वित्त मंत्री जिस ब्रीफकेस में बजट पेश करते हैं, उसे ‘बजट बॉक्स’ कहा जाता था और आज भी यह परंपरा जारी है. यह लाल रंग का होता है. 1860 में इंग्लैंड के तत्कालीन वित्त मंत्री विलियम इवर्ट ग्लैडस्टोन ने इस परंपरा की शुरुआत की थी. बताया जाता है कि सिर्फ दो बार छोड़कर 2010 तक इसी अटैची से बजट पेश किया गया है. यह बैग काफी पुराना हो चुका है इसलिए इसे संग्रहालय में रख दिया गया और नया ब्रीफकेस तैयार किया गया है.

  • खुफियागिरी के इतिहास में सबसे बड़ी चूक का नतीजा था मुंबई हमला : रिपोर्ट

    मुंबई हमले 'खुफियागीरी के इतिहास में सबसे गंभीर चूकों में से एक' के परिणाम के चलते हुए जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन और भारतीय गुप्तचर एजेंसियां भारत की वित्तीय राजधानी पर हमले को टालने के लिए अपने हाईटेक निगरानी तंत्र द्वारा जुटाई गई जानकारी को एक साथ रखने में नाकाम रहीं।

'भारत के वित्तीय इतिहास' - 5 News Result(s)
  • रिलायंस, जियो ने बैंकों के समूह से जुटाया पांच अरब डॉलर का कर्ज

    रिलायंस, जियो ने बैंकों के समूह से जुटाया पांच अरब डॉलर का कर्ज

    रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और उसकी दूरसंचार इकाई जियो इन्फोकॉम ने विदेशी मुद्रा ऋण के रूप में विभिन्न बैंकों के समूह से दो बार में कुल पांच अरब डॉलर जुटाए हैं, जो भारत के कॉरपोरेट इतिहास में सबसे बड़ा सिंडिकेट कर्ज (बैंकों/वित्तीय संस्थानों के समूह से लिया गया ऋण) है. सूत्रों ने बताया कि पिछले सप्ताह रिलायंस ने 55 बैंकों से तीन अरब डॉलर जुटाए थे,

  • 6 मई का इतिहास: मुंबई हमले में शामिल आतंकवादी अजमल कसाब को इसी दिन सुनाई गई थी मौत की सजा

    6 मई का इतिहास: मुंबई हमले में शामिल आतंकवादी अजमल कसाब को इसी दिन सुनाई गई थी मौत की सजा

    भारत के इतिहास में छह मई का दिन आतंक के एक खौफनाक अध्याय से जुड़ा है. करीब एक दशक पहले मुंबई पर हमला करने वाले आतंकवादियों में से जिंदा पकड़े गए एकमात्र आतंकवादी अजमल कसाब को छह मई को ही फांसी की सजा सुनाई गई थी. 26 नवंबर, 2008 का वह दिन आज भी प्रत्येक देशवासी के रोंगटे खड़े कर देता है, जब देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में दस आतंकवादियों ने घातक हमला किया था. सुरक्षा बलों ने नौ आतंकवादियों को मार गिराया, जबकि अजमल कसाब को जिंदा पकड़ने में सफलता मिली. हमले में 166 लोग मारे गए थे और सैकड़ों अन्य घायल हुए. कसाब को 6 मई, 2010 को विशेष अदालत ने मौत की सज़ा सुनाई थी.

  • नोटबंदी भारत के वित्तीय इतिहास की सबसे बड़ी विनाशकारी तबाही : सदाशिवम, राज्यपाल केरल

    नोटबंदी भारत के वित्तीय इतिहास की सबसे बड़ी विनाशकारी तबाही : सदाशिवम, राज्यपाल केरल

    राज्यपाल ने यह टिप्पणी साल के पहले विधानसभा सत्र के उद्घाटन भाषण के दौरान की.उन्होंने पिछले चार महीने का वर्णन करते हुए कहा, "8 नवंबर, 2016 को भारत सरकार ने नोटबंदी का हठपूर्वक आवेशपूर्ण संस्करण लागू किया, जिसने चुनिंदा तरीके से 500 और 1000 रुपये के नोट को प्रचलन से बाहर कर दिया."

  • भारतीय संविधान में कहीं नहीं है बजट शब्द का उल्लेख, पढ़ें ‘बजट’ की कहानी

    भारतीय संविधान में कहीं नहीं है बजट शब्द का उल्लेख, पढ़ें ‘बजट’ की कहानी

    आम तौर बजट शब्द आते ही आमदनी और खर्चे का ख्याल आ जाता है. बजट शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच भाषा के ‘बूजट’ से हुई बताई जाती है. ‘बूजट’ का अर्थ होता है ‘चमड़े की थैली’ इस आप बैग समझ सकते हैं. बजट के वर्तमान स्वरूप का यदि इतिहास में सबसे पहले उल्लेख देखा जाए तो यह सबसे पहले 1773 में मिलता है. इस समय ब्रिटिश वित्तमंत्री रॉबर्ट वालपोल ने अपने वित्तीय प्रस्ताव को चमड़े के बैग से निकाला था और तब से ‘बजट’ शब्द का प्रयोग सरकारी लेखा-जोखा के तौर पर होने लगा. इंग्लैंड के वित्त मंत्री जिस ब्रीफकेस में बजट पेश करते हैं, उसे ‘बजट बॉक्स’ कहा जाता था और आज भी यह परंपरा जारी है. यह लाल रंग का होता है. 1860 में इंग्लैंड के तत्कालीन वित्त मंत्री विलियम इवर्ट ग्लैडस्टोन ने इस परंपरा की शुरुआत की थी. बताया जाता है कि सिर्फ दो बार छोड़कर 2010 तक इसी अटैची से बजट पेश किया गया है. यह बैग काफी पुराना हो चुका है इसलिए इसे संग्रहालय में रख दिया गया और नया ब्रीफकेस तैयार किया गया है.

  • खुफियागिरी के इतिहास में सबसे बड़ी चूक का नतीजा था मुंबई हमला : रिपोर्ट

    मुंबई हमले 'खुफियागीरी के इतिहास में सबसे गंभीर चूकों में से एक' के परिणाम के चलते हुए जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन और भारतीय गुप्तचर एजेंसियां भारत की वित्तीय राजधानी पर हमले को टालने के लिए अपने हाईटेक निगरानी तंत्र द्वारा जुटाई गई जानकारी को एक साथ रखने में नाकाम रहीं।