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Who Is Sachin Pilot

'Who Is Sachin Pilot' - 2 News Result(s)
  • क्या सचिन पायलट भी सिंधिया के रास्ते पर जाने को तैयार हैं? जानिए उनके बारे में 5 बड़ी बातें

    क्या सचिन पायलट भी सिंधिया के रास्ते पर जाने को तैयार हैं? जानिए उनके बारे में 5 बड़ी बातें

    राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच लड़ाई ऐसा लग रहा है कि अंतिम दौर में पहुंच गई है. राजस्थान में सरकार को अस्थिर करने के मामले में एटीएस (एंटी टेरर स्क्वाएड ) और एसओजी की ओर से सचिन पायलट को नोटिस भेजा गया है. इसके बाद से सचिन पायलट काफी नाराज हो गए. उनके समर्थकों का कहना है कि यह सिर्फ सचिन पायलट को प्रताड़ित करने के लिए किया जा रहा है क्योंकि राजस्थान में गृह मंत्रालय भी अशोक गहलोत के ही हाथ है और एसओजी उन्हीं के अधीन आता है. गहलोत ने एसओजी का गठन विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले की जांच के लिए गठित किया है. हालांकि इसमें सीएम अशोक गहलोत भी पूछताछ के लिए शामिल हो सकते हैं. हालांकि इसे बात को सचिन पायलट के समर्थक ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहे हैं. वहीं सूत्रों का दावा है कि सचिन पायलट के पास 19 विधायकों का समर्थन है और वह बीजेपी के संपर्क हैं.

  • राजस्थान के उप मुख्यमंत्री बने सचिन पायलट के बारे में 5 अहम बातें

    राजस्थान के उप मुख्यमंत्री बने सचिन पायलट के बारे में 5 अहम बातें

    राजस्थान में अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है उनके साथ सचिन पायलट ने भी शपथ लिया है. उनको उप मुख्यमंत्री बनाया गया है. राजस्थान में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीच का रास्ता निकालते हुए तय किया है कि अशोक गहलोत को सीएम और सचिन पायलट को उप मुख्यमंत्री बनाया. हालांकि दोनों के समर्थकों के बीच जमकर नारेबाजी हुई. सचिन पायलट के एक समर्थक ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा है कि अगर पायलट को सीएम नहीं बनाया गया तो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है. आपको बता दें कि सचिन पायलट ने उमर अब्दुल्ला की बेटी सारा से प्रेम विवाह किया था. बताया जाता है कि सारा ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर सचिन से शादी की थी. दोनों की मुलाकात विदेश में हुई थी. सचिन पायलट ने इस बार टोंक विधनासभा सीट से चुनाव जीता है. चार साल पहले राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष का पद संभाला था. उनके सामने पस्त पड़ी कांग्रेस में फिर से जान फूंकने की बड़ी चुनौती थी. पायलट ने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस को दो सीटें जिताकर अपने तेवर दिखा दिए.

'Who Is Sachin Pilot' - 2 News Result(s)
  • क्या सचिन पायलट भी सिंधिया के रास्ते पर जाने को तैयार हैं? जानिए उनके बारे में 5 बड़ी बातें

    क्या सचिन पायलट भी सिंधिया के रास्ते पर जाने को तैयार हैं? जानिए उनके बारे में 5 बड़ी बातें

    राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच लड़ाई ऐसा लग रहा है कि अंतिम दौर में पहुंच गई है. राजस्थान में सरकार को अस्थिर करने के मामले में एटीएस (एंटी टेरर स्क्वाएड ) और एसओजी की ओर से सचिन पायलट को नोटिस भेजा गया है. इसके बाद से सचिन पायलट काफी नाराज हो गए. उनके समर्थकों का कहना है कि यह सिर्फ सचिन पायलट को प्रताड़ित करने के लिए किया जा रहा है क्योंकि राजस्थान में गृह मंत्रालय भी अशोक गहलोत के ही हाथ है और एसओजी उन्हीं के अधीन आता है. गहलोत ने एसओजी का गठन विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले की जांच के लिए गठित किया है. हालांकि इसमें सीएम अशोक गहलोत भी पूछताछ के लिए शामिल हो सकते हैं. हालांकि इसे बात को सचिन पायलट के समर्थक ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहे हैं. वहीं सूत्रों का दावा है कि सचिन पायलट के पास 19 विधायकों का समर्थन है और वह बीजेपी के संपर्क हैं.

  • राजस्थान के उप मुख्यमंत्री बने सचिन पायलट के बारे में 5 अहम बातें

    राजस्थान के उप मुख्यमंत्री बने सचिन पायलट के बारे में 5 अहम बातें

    राजस्थान में अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है उनके साथ सचिन पायलट ने भी शपथ लिया है. उनको उप मुख्यमंत्री बनाया गया है. राजस्थान में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीच का रास्ता निकालते हुए तय किया है कि अशोक गहलोत को सीएम और सचिन पायलट को उप मुख्यमंत्री बनाया. हालांकि दोनों के समर्थकों के बीच जमकर नारेबाजी हुई. सचिन पायलट के एक समर्थक ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा है कि अगर पायलट को सीएम नहीं बनाया गया तो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है. आपको बता दें कि सचिन पायलट ने उमर अब्दुल्ला की बेटी सारा से प्रेम विवाह किया था. बताया जाता है कि सारा ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर सचिन से शादी की थी. दोनों की मुलाकात विदेश में हुई थी. सचिन पायलट ने इस बार टोंक विधनासभा सीट से चुनाव जीता है. चार साल पहले राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष का पद संभाला था. उनके सामने पस्त पड़ी कांग्रेस में फिर से जान फूंकने की बड़ी चुनौती थी. पायलट ने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस को दो सीटें जिताकर अपने तेवर दिखा दिए.