India | प्रभात उपाध्याय |रविवार मार्च 10, 2019 12:22 PM IST मार्च, 1959 के आखिरी दिन दलाई लामा (Dalai Lama) ने स्वदेश छोड़ने का फैसला लिया, लेकिन हर तरफ चीनी सैनिकों की निगरानी के बीच यह इतना आसान नहीं था. ऐसे में उन्होंने पलायन के लिए 'अंधेरे' को चुना. उस शाम वे अपने चंद करीबी साथियों के साथ 'मैकमोहन लाइन' की तरफ बढ़े और रात के अंधेरे में इस लाइन को पार कर भारत आ गए.