Swachh Survekshan 2017
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स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 : देशभर में सबसे साफ शहर है मध्य प्रदेश का इंदौर, सबसे गंदा है यूपी का गोंडा
- Thursday May 4, 2017
- Translated by: विवेक रस्तोगी
सबसे साफ शहरों में इंदौर और भोपाल के बाद तीसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश का तटीय शहर विशाखापट्टनम है, और गुजरात का सूरत शहर इस लिस्ट में चौथे स्थान पर है... पिछले साल इसी सर्वेक्षण का विजेता रहा कर्नाटक का मैसूर शहर इस साल पांचवें स्थान पर खिसक गया है...
- ndtv.in
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83 प्रतिशत लोगों ने पहले की तुलना में अधिक स्वच्छता महसूस की: स्वच्छता सर्वेक्षण
- Wednesday May 3, 2017
- भाषा
देश के 434 शहरों एवं नगरों में कराये गए स्वच्छता सर्वेक्षण के अनुसार इसमें हिस्सा लेने वाले 83 प्रतिशत से अधिक लोगों ने बताया कि उनका क्षेत्र पिछले वर्ष की तुलना में अधिक स्वच्छ हुआ है . सरकार की ओर से मंगलवार को जारी सर्वेक्षण परिणाम में यह बात सामने आई हैं स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 के अनुसार, 82 प्रतिशत से अधिक नागरिकों ने स्वच्छता बुनियादी ढांचा और अधिक कूड़ेदान की उपलब्धता तथा घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करने जैसी सेवाओं में सुधार के बारे में बताया जबकि 80 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों तक बेहतर पहुंच के बारे में बताया.
- ndtv.in
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स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 : देशभर में सबसे साफ शहर है मध्य प्रदेश का इंदौर, सबसे गंदा है यूपी का गोंडा
- Thursday May 4, 2017
- Translated by: विवेक रस्तोगी
सबसे साफ शहरों में इंदौर और भोपाल के बाद तीसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश का तटीय शहर विशाखापट्टनम है, और गुजरात का सूरत शहर इस लिस्ट में चौथे स्थान पर है... पिछले साल इसी सर्वेक्षण का विजेता रहा कर्नाटक का मैसूर शहर इस साल पांचवें स्थान पर खिसक गया है...
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83 प्रतिशत लोगों ने पहले की तुलना में अधिक स्वच्छता महसूस की: स्वच्छता सर्वेक्षण
- Wednesday May 3, 2017
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देश के 434 शहरों एवं नगरों में कराये गए स्वच्छता सर्वेक्षण के अनुसार इसमें हिस्सा लेने वाले 83 प्रतिशत से अधिक लोगों ने बताया कि उनका क्षेत्र पिछले वर्ष की तुलना में अधिक स्वच्छ हुआ है . सरकार की ओर से मंगलवार को जारी सर्वेक्षण परिणाम में यह बात सामने आई हैं स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 के अनुसार, 82 प्रतिशत से अधिक नागरिकों ने स्वच्छता बुनियादी ढांचा और अधिक कूड़ेदान की उपलब्धता तथा घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करने जैसी सेवाओं में सुधार के बारे में बताया जबकि 80 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों तक बेहतर पहुंच के बारे में बताया.
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