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Sunayna

'Sunayna' - 2 News Result(s)
  • अदन की खाड़ी से एंटी पाइरेसी पेट्रोल मिशन पूरा करके लौटा युद्धपोत सुनयना

    अदन की खाड़ी से एंटी पाइरेसी पेट्रोल मिशन पूरा करके लौटा युद्धपोत सुनयना

    अदन की खाड़ी में एंटी पाइरेसी पेट्रोल के बाद नौसेना का युद्धपोत आईएनएस सुनयना वापस कोच्ची लौट आया. करीब 80 दिन समुद्र में रहने के बाद सुनयना वापस लौटा है. इस दौरान सुनयना ने किसी बंदरगाह में गए बिना मिशन को अंजाम दिया. बीच समुद्र में नौसेना के इस युद्धपोत में ईंधन देने का काम भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत के टैंकरों ने किया. 

  • झूठ के दौर में दुनिया को आईना दिखाती है सुनयना की आवाज

    झूठ के दौर में दुनिया को आईना दिखाती है सुनयना की आवाज

    ऐसे दौर में जब टीवी स्क्रीन पर न्यूज चैनल से दिनरात आती ‘तू,तू—मैं,मैं’ की डरावनी आवाजों से लोग आजिज आ चुके हों, सातवी कक्षा में पढ़ने वाली एक बच्ची सुनयना के मार्फत कही गई कहानी नजीर बनकर आती है. यदि आप इस कहानी में को यूं न भी मानें कि इसे बतौर एंकर एनडीटीवी के प्रमुख प्रणय रॉय अंजाम दे रहे हैं तो ही इसका महत्व कम नहीं हो जाता! आप केवल यह देखिए कि वह किस धैर्य से बातें करके जीवन के तमाम सवालों को सामने ला रहे हैं, इसलिए आलोचना के खतरे को समझते हुए भी मैं कह रहा हूं कि यह हालिया समय की सबसे बेहतरीन टीवी रिपोर्ट है.

'Sunayna' - 2 News Result(s)
  • अदन की खाड़ी से एंटी पाइरेसी पेट्रोल मिशन पूरा करके लौटा युद्धपोत सुनयना

    अदन की खाड़ी से एंटी पाइरेसी पेट्रोल मिशन पूरा करके लौटा युद्धपोत सुनयना

    अदन की खाड़ी में एंटी पाइरेसी पेट्रोल के बाद नौसेना का युद्धपोत आईएनएस सुनयना वापस कोच्ची लौट आया. करीब 80 दिन समुद्र में रहने के बाद सुनयना वापस लौटा है. इस दौरान सुनयना ने किसी बंदरगाह में गए बिना मिशन को अंजाम दिया. बीच समुद्र में नौसेना के इस युद्धपोत में ईंधन देने का काम भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत के टैंकरों ने किया. 

  • झूठ के दौर में दुनिया को आईना दिखाती है सुनयना की आवाज

    झूठ के दौर में दुनिया को आईना दिखाती है सुनयना की आवाज

    ऐसे दौर में जब टीवी स्क्रीन पर न्यूज चैनल से दिनरात आती ‘तू,तू—मैं,मैं’ की डरावनी आवाजों से लोग आजिज आ चुके हों, सातवी कक्षा में पढ़ने वाली एक बच्ची सुनयना के मार्फत कही गई कहानी नजीर बनकर आती है. यदि आप इस कहानी में को यूं न भी मानें कि इसे बतौर एंकर एनडीटीवी के प्रमुख प्रणय रॉय अंजाम दे रहे हैं तो ही इसका महत्व कम नहीं हो जाता! आप केवल यह देखिए कि वह किस धैर्य से बातें करके जीवन के तमाम सवालों को सामने ला रहे हैं, इसलिए आलोचना के खतरे को समझते हुए भी मैं कह रहा हूं कि यह हालिया समय की सबसे बेहतरीन टीवी रिपोर्ट है.