Sikh New Year
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जम्मू-कश्मीर में परंपरागत हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बैसाखी
जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को सिख नववर्ष की शुरुआत के मौके पर धार्मिक उत्साह और उल्लास के साथ बैसाखी मनाई गई और विभिन्न गुरुद्वारों में श्रद्धालुओं ने मत्था टेका. मुख्य समारोह शहर के रेनवाड़ी इलाके में गुरुद्वारा चट्टी पातशाही में आयोजित किया गया.
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Baisakhi 2023: बैसाखी के अवसर पर स्वर्ण मंदिर के सरोवर में श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
Baisakhi 2023: बैसाखी का दिन सिख नववर्ष की शुरुआत होता है और बसंत में फसलों का यह पर्व पंजाब समेत उत्तर भारत के कई शहरों में मनाया जाता है.
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Happy Baisakhi 2021: बैसाखी पर दोस्तों और करीबियों को इन मैसेज से दें शुभकामनाएं, Facebook और Whatsapp पर लगाएं ये स्टेटस
Happy Baisakhi 2021: बैसाखी (Baisakhi) प्रमुख रूप से पंजाब और हरियाणा में मनाया जाता है. इन दोनों राज्यों में बैसाखी हर साल बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है. ढोल-नगाड़ों के साथ लोग नई फसल का जश्न मनाते हैं. पंजाब के अलावा भी कई जगहों पर किसान अपनी पकी हुई फसल के कटने की खुशी इसी त्योहार के साथ मनाते हैं.
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Baisakhi 2021: जानिए, क्यों और कैसे मनाते हैं बैसाखी, क्या है इसका महत्व ?
Baisakhi 2021: बैसाखी (Baisakhi) पंजाब, हरियाणा और आसपास के प्रदेशों का प्रमुख त्योहार है. ये मुख्य रूप से किसानों का पर्व है. इस दौरान रबी की फसल पककर तैयार हो जाती है. फसल काटने के बाद किसान नए साल का जश्न मनाते हैं. इस बार यह त्योहार 14 अप्रैल को मनाया जा रहा है.
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बैसाखी पर इन Happy Baisakhi के 10 शानदार मैसेजेस से दें बधाई
14 अप्रैल को बैसाखी (Baisakhi) का पर्व मनाया जाएगा. यह पर्व सिखों के नए साल के तौर पर ही नहीं बल्कि इस दिन उनके अंतिम गुरु गोबिंद सिंह (Guru Gobind Singh) ने खालसा पंथ की स्थापना भी की थी. इस वजह से सिखों के लिए और भी महत्वपूर्ण है.
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Baisakhi 2019: क्यों मनाई जाती है बैसाखी? जानिए महत्व और खालसा पंथ का इतिहास
Baisakhi 2019: पंजाब और हरियाणा बैसाखी 14 अप्रैल (14 April, Vaisakhi 2019 in India) को मनाई जा रही है. यह पर्व सिर्फ सिखों के नए के तौर पर नहीं बल्कि इससे जुड़ी कई और कहानियां हैं. बैसाखी के दिन अंतिम गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी.
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Baisakhi 2018: क्यों मनाते हैं बैसाखी? जानिए महत्व और इतिहास
बैसाखी सिखों के नए साल का पहला दिन है. इसके अलावा बैसाखी के दिन सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है इसलिए भी इसे त्योहार के रूप में मनाया जाता है.
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Baisakhi 2018: नच ले, गा ले हमारे साथ, आई है बैसाखी खुशियों के साथ, भेजें ऐसे ही संदेश फोटोज़ के साथ
उत्तरी भारत में पंजाब सहित कई हिस्सो में बैसाखी (Baisakhi) बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है. इस मौके पर दोस्तों को भेजें ये शानदार मैसेजेस...
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जम्मू-कश्मीर में परंपरागत हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बैसाखी
जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को सिख नववर्ष की शुरुआत के मौके पर धार्मिक उत्साह और उल्लास के साथ बैसाखी मनाई गई और विभिन्न गुरुद्वारों में श्रद्धालुओं ने मत्था टेका. मुख्य समारोह शहर के रेनवाड़ी इलाके में गुरुद्वारा चट्टी पातशाही में आयोजित किया गया.
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Baisakhi 2023: बैसाखी के अवसर पर स्वर्ण मंदिर के सरोवर में श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
Baisakhi 2023: बैसाखी का दिन सिख नववर्ष की शुरुआत होता है और बसंत में फसलों का यह पर्व पंजाब समेत उत्तर भारत के कई शहरों में मनाया जाता है.
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Happy Baisakhi 2021: बैसाखी (Baisakhi) प्रमुख रूप से पंजाब और हरियाणा में मनाया जाता है. इन दोनों राज्यों में बैसाखी हर साल बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है. ढोल-नगाड़ों के साथ लोग नई फसल का जश्न मनाते हैं. पंजाब के अलावा भी कई जगहों पर किसान अपनी पकी हुई फसल के कटने की खुशी इसी त्योहार के साथ मनाते हैं.
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Baisakhi 2021: बैसाखी (Baisakhi) पंजाब, हरियाणा और आसपास के प्रदेशों का प्रमुख त्योहार है. ये मुख्य रूप से किसानों का पर्व है. इस दौरान रबी की फसल पककर तैयार हो जाती है. फसल काटने के बाद किसान नए साल का जश्न मनाते हैं. इस बार यह त्योहार 14 अप्रैल को मनाया जा रहा है.
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बैसाखी पर इन Happy Baisakhi के 10 शानदार मैसेजेस से दें बधाई
14 अप्रैल को बैसाखी (Baisakhi) का पर्व मनाया जाएगा. यह पर्व सिखों के नए साल के तौर पर ही नहीं बल्कि इस दिन उनके अंतिम गुरु गोबिंद सिंह (Guru Gobind Singh) ने खालसा पंथ की स्थापना भी की थी. इस वजह से सिखों के लिए और भी महत्वपूर्ण है.
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Baisakhi 2019: पंजाब और हरियाणा बैसाखी 14 अप्रैल (14 April, Vaisakhi 2019 in India) को मनाई जा रही है. यह पर्व सिर्फ सिखों के नए के तौर पर नहीं बल्कि इससे जुड़ी कई और कहानियां हैं. बैसाखी के दिन अंतिम गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी.
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Baisakhi 2018: क्यों मनाते हैं बैसाखी? जानिए महत्व और इतिहास
बैसाखी सिखों के नए साल का पहला दिन है. इसके अलावा बैसाखी के दिन सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है इसलिए भी इसे त्योहार के रूप में मनाया जाता है.
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उत्तरी भारत में पंजाब सहित कई हिस्सो में बैसाखी (Baisakhi) बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है. इस मौके पर दोस्तों को भेजें ये शानदार मैसेजेस...