अपनी अपेक्षाओं पर खरे उतरने और अपना स्तर बरकरार रखने के दबाव में सचिन तेंदुलकर अब भी रात को सो नहीं पाते हैं और इसी बेचैनी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाते हैं।
अपनी अपेक्षाओं पर खरे उतरने और अपना स्तर बरकरार रखने के दबाव में सचिन तेंदुलकर अब भी रात को सो नहीं पाते हैं और इसी बेचैनी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाते हैं।