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Ravish Kumar On Indian Media

'Ravish Kumar On Indian Media' - 3 News Result(s)
  • रवीश कुमार का ब्लॉग : भारतीय न्यूज़ चैनलों को रास्ता दिखाया है अमेरिकी कंपनी ने...

    रवीश कुमार का ब्लॉग : भारतीय न्यूज़ चैनलों को रास्ता दिखाया है अमेरिकी कंपनी ने...

    अमेरिका की एक बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है WAYFAIR (वे-फेयर). इस कंपनी के कर्मचारियों को पता चला कि इसे डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन से दो लाख डॉलर का बिज़नेस आर्डर मिला है. ट्रंप प्रशासन उन शिविरों के लिए बिस्तर वगैरह ख़रीद रहा था, जिन्हें क़ैद कर रखा गया है. अमेरिकी मीडिया में ख़बरें आ रही हैं कि बच्चों के साथ अमानवीय बर्ताव हो रहा है. जगह की साफ-सफाई नहीं है और उन्हें बासी खाना दिया जाता है. कंपनी के कर्मचारियों को जब इस बिज़नेस करार की ख़बर लगी, तो 500 कर्मचारियों ने अपने बॉस को पत्र लिखा कि यह अनैतिक है और कंपनी इस बिज़नेस से होने वाले मुनाफे को दान करे. कर्मचारियों ने काम करने की जगह छोड़ दी और बाहर आ गए.

  • फेक न्यूज़ बनाम असली न्यूज़ की लड़ाई

    फेक न्यूज़ बनाम असली न्यूज़ की लड़ाई

    पूरी दुनिया में झूठ एक नई चुनौती बनकर उभरा है. झूठ की दीवार हमारे आस पास बड़ी होती जा रही है और चौड़ी भी होती जा रही है. झूठ की इस दीवार को भेदना आसान नहीं है. व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी के ज़रिए रोज़ना कई प्रकार के झूठ फैलाए जा रहे हैं.

  • अपनी शामों को मीडिया के खंडहर से निकाल लाइये...

    अपनी शामों को मीडिया के खंडहर से निकाल लाइये...

    जज लोया के दोस्त इसे सुनियोजित हत्या मान रहे हैं. अनुज लोया ने जब 2015 में जांच की मांग की थी और जान को ख़तरा बताया था तब गोदी मीडिया के एंकर सवाल पूछना या चीखना-चिल्लाना भूल गए. वो जानते थे कि उस स्टोरी को हाथ लगाते तो हुज़ूर थाली से रोटी हटा लेते.

'Ravish Kumar On Indian Media' - 3 News Result(s)
  • रवीश कुमार का ब्लॉग : भारतीय न्यूज़ चैनलों को रास्ता दिखाया है अमेरिकी कंपनी ने...

    रवीश कुमार का ब्लॉग : भारतीय न्यूज़ चैनलों को रास्ता दिखाया है अमेरिकी कंपनी ने...

    अमेरिका की एक बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है WAYFAIR (वे-फेयर). इस कंपनी के कर्मचारियों को पता चला कि इसे डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन से दो लाख डॉलर का बिज़नेस आर्डर मिला है. ट्रंप प्रशासन उन शिविरों के लिए बिस्तर वगैरह ख़रीद रहा था, जिन्हें क़ैद कर रखा गया है. अमेरिकी मीडिया में ख़बरें आ रही हैं कि बच्चों के साथ अमानवीय बर्ताव हो रहा है. जगह की साफ-सफाई नहीं है और उन्हें बासी खाना दिया जाता है. कंपनी के कर्मचारियों को जब इस बिज़नेस करार की ख़बर लगी, तो 500 कर्मचारियों ने अपने बॉस को पत्र लिखा कि यह अनैतिक है और कंपनी इस बिज़नेस से होने वाले मुनाफे को दान करे. कर्मचारियों ने काम करने की जगह छोड़ दी और बाहर आ गए.

  • फेक न्यूज़ बनाम असली न्यूज़ की लड़ाई

    फेक न्यूज़ बनाम असली न्यूज़ की लड़ाई

    पूरी दुनिया में झूठ एक नई चुनौती बनकर उभरा है. झूठ की दीवार हमारे आस पास बड़ी होती जा रही है और चौड़ी भी होती जा रही है. झूठ की इस दीवार को भेदना आसान नहीं है. व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी के ज़रिए रोज़ना कई प्रकार के झूठ फैलाए जा रहे हैं.

  • अपनी शामों को मीडिया के खंडहर से निकाल लाइये...

    अपनी शामों को मीडिया के खंडहर से निकाल लाइये...

    जज लोया के दोस्त इसे सुनियोजित हत्या मान रहे हैं. अनुज लोया ने जब 2015 में जांच की मांग की थी और जान को ख़तरा बताया था तब गोदी मीडिया के एंकर सवाल पूछना या चीखना-चिल्लाना भूल गए. वो जानते थे कि उस स्टोरी को हाथ लगाते तो हुज़ूर थाली से रोटी हटा लेते.